जिलाधिकारी दिनेश कुमार सिंह जहा जिले में लॉक डाउन को सकुशल सम्पन्न करने का काम कर रहे तो वही संबंधित कर्मचारि भी पूरी तनमयता से लगे हुए है लगभग रोज 500 से 600 तक फॉर्म ऑनलाइन आते हैं जिसमें सही पात्र को मेडिकल या आपात स्थिति में ही दिया जाता है रोजाना वेरीफिकेशन करके 100 लोगों तक ही पास दिया जाता है जिसमें कई लोग गलत डॉक्टरों से पर्चा बनवा कर और मेडिकल दिखाकर ई पास बनवाने की कोशिश करते हैं उन पर कड़ी कार्रवाई करते हुए प्रतीक उपाध्याय जांच करने के बाद ही वहां से पास जारी करते हैं उन्होंने बताया कि रोज हमारे पास मेडिकल का पर्चा बनवाकर लाते है और इसका गलत प्रयोग भी करते हैं जिसको जिलाधिकारी के आदेश पर प्रतीक उपाध्याय अपना काम बखूबी निभा रहे है दिन रात को ना जैसी महान बीमारी में कंप्यूटर सेल में ए डॉक्यूमेंट्री मैनेजर प्रतीक उपाध्याय सोशल डिस्टेंसिंग के देखरेख में और आपात स्थिति में ही अपनी जान परवाह किए बगैर लोगों को समाज सेवा भी कर रहे हैं साथ में