जलालपुर क्षेत्र के ओईना गाँव निवासी सूरज पुत्र दुर्जन राम मारपीट में चाकू से गम्भीर रूप से घायल हो गया था । तो उसे वाराणसी ट्रामा सेंटर में भर्ती कराया गया जहां पर डाक्टर ने आपरेशन करने के लिए खून की माँग किया तो वहाँ जलालपुर थाना के पराऊगंज पुलिस चौकी पर तैनात कान्स्टेबल अरूण यादव ने सूरज की जान बचाने के लिए अपना खून दिया । अरूण ने इस सराहनीय कार्य से यह साबित कर दिया कि मानवता तथा इन्सानियत अभी भी जिन्दा है । मजहब ,जाति , धर्म कुछ भी नहीं सिर्फ इन्सान ही इन्सान के काम आता है । क्षेत्र में इस कार्य की चर्चा करते हुए लोग पुलिसकर्मी की सराहना कर रहे है । के ओईना गाँव निवासी सूरज पुत्र दुर्जन राम मारपीट में चाकू से गम्भीर रूप से घायल हो गया था । तो उसे वाराणसी ट्रामा सेंटर में भर्ती कराया गया जहां पर डाक्टर ने आपरेशन करने के लिए खून की माँग किया तो वहाँ जलालपुर थाना के पराऊगंज पुलिस चौकी पर तैनात कान्स्टेबल अरूण यादव ने सूरज की जान बचाने के लिए अपना खून दिया । अरूण ने इस सराहनीय कार्य से यह साबित कर दिया कि मानवता तथा इन्सानियत अभी भी जिन्दा है । मजहब ,जाति , धर्म कुछ भी नहीं सिर्फ इन्सान ही इन्सान के काम आता है । क्षेत्र में इस कार्य की चर्चा करते हुए लोग पुलिसकर्मी की सराहना कर रहे है ।