जौनपुर के सर्वाधिक 11 चिकित्सालय कायाकल्प में पुरस्कृत
दो जिला चिकित्सालय, पाँच सीएचसी और चार पीएचसी ने जीता पुरस्कार
स्वास्थ्यकर्मी उत्साहित, बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं देने को विभाग कटिबद्ध : सीएमओ
संकल्प सवेरा जौनपुर,राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के तहत कायाकल्प अवार्ड योजना में पूर्वांचल क्षेत्र से जौनपुर की सर्वाधिक 11 स्वास्थ्य इकाईयों ने पुरस्कार हासिल किया है। इसमें दो जिला चिकित्सालय, पांच सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (सीएचसी) और चार प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों (पीएचसी) ने यह पुरस्कार जीता है।
इस उपलब्धि से स्वास्थ्य विभाग के समस्त अधिकारी व कर्मचारी उत्साहित हैं।
कायाकल्प अवार्ड योजना में सीएचसी डोभी, मुफ्तीगंज, मछलीशहर, बरसठी और बदलापुर को सत्र 2020-21 में चयनित किया गया था। इसके चलते चिकित्सालय की टीम तथा जिला स्तरीय दल अवार्डों के लिए निर्धारित मानदंडों को पूरा करने को लगातार प्रयासरत रही। नतीजतन जिला पुरुष चिकित्सालय 24वें स्थान पर और जिला महिला चिकित्सालय ने 76वें स्थान पर काबिज हुआ। जिले के चयनित छह प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों में से चार प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र तेजी बाजार, मुंगराबादशाहपुर, बजरंग नगर और सिंगरामऊ भी कायाकल्प अवार्ड से पुरस्कृत हुए।
इन स्वास्थ्य इकाइयों के पुरस्कृत होने से अन्य स्वास्थ्य इकाइयों में भी सुधार करने और कायाकल्प में प्रतिभाग करने की इच्छा मजबूत हुई है। स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारी-अधिकारी उत्साहित हैं।
मुख्य चिकित्सा अधिकारी (सीएमओ) डॉ लक्ष्मी सिंह ने कहा कि एक साथ इतनी स्वास्थ्य इकाईयों के पुरस्कृत होने से कर्मचारियों और अधिकारियों में उत्साह है। विभाग आम लोगों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं देने को कटिबद्ध है।
क्वालिटी एश्योरेंस के जिला सलाहकार डॉ क्षितिज पाठक बताते हैं कि किसी भी स्वास्थ्य इकाई को कायाकल्प योजना में पुरस्कृत होने के लिए तीन चरणों से गुजरना होता है। पहले चरण में हॉस्पिटल के कर्मचारी और जिला क्वालिटी टीम चिकित्सालयों का मूल्यांकन करती है जिसमें 70 प्रतिशत या उससे अधिक अंक पाने पर राज्य की ओर से नामित दूसरे जिले की क्वालिटी टीम उसका क्रास वेरीफिकेशन करती है। इसमें 70 प्रतिशत या उससे अधिक अंक पाने पर उसका अंतिम मूल्यांकन किया जाता है जिसमें 70 प्रतिशत या उससे अधिक अंक पाने पर प्राप्त अंकों के आधार पर स्टेट वार रैंकिंग तैयार की जाती है। किसी भी स्वास्थ्य इकाई का मूल्यांकन इन सात बिन्दुओं पर किया जाता है।
1-चिकित्सालय का रखरखाव (इसके लिए 100 अंक निर्धारित हैं)
2-साफ-सफाई (100 अंक)
3-बायोमेडिकल वेस्ट मैनेजमेंट ((100 अंक)
4-संक्रमण नियंत्रण (100 अंक)
5-सहयोगी सेवाएं (50 अंक)
6-साफ-सफाई के प्रति जागरूकता (50 अंक)
7-समुदाय से सम्पर्क (100 अंक)
इन सात बिन्दुओं पर प्रतिभाग करने वाली स्वास्थ्य इकाईयों का मूल्यांकन किया जाता है। इसके लिए 600 अंक निर्धारित हैं जिसमें से सीएचसी डोभी ने 90 प्रतिशत, सीएचसी मुफ्तीगंज ने 77.6 प्रतिशत, मछलीशहर ने 74.3 प्रतिशत, बरसठी ने 74.1 प्रतिशत और बदलापुर को 70.4 प्रतिशत अंक मिले।
इनके योगदान से कामयाबी: एक साथ इतनी स्वास्थ्य इकाइयों कै कायाकल्प अवार्ड के लिए पुरस्कृत होने में सीएमओ डॉ लक्ष्मी सिंह, एसीएमओ डॉ सत्य नारायण हरिश्चंद्र, जिला कार्यक्रम प्रबंधक सत्यव्रत त्रिपाठी, क्वालिटी एश्योरेंस के जिला सलाहकार डॉ क्षितिज पाठक, मातृ स्वास्थ्य सलाहकार नीरज सिंह, क्वालिटी एश्योरेंस के मंडलीय सलाहकार डॉ तनवीर सिद्दिकी ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।