डालर और रूपया: बेहोश जौनपुरी
संकल्प सवेरा, जौनपुर।
एक थे अर्थशास्त्री अत्यन्त ही दुबले-पतले सींकिया छाप, एक दिन उनकी मोटी-ताजी
पत्नी ने पूछा- ” प्रियतम मेरे सम्मुख कैसे लगते हो आप ?”
कुछ पल रहकर चुपचाप
ज्योतिषी जी बोले- ” प्रिये !
तुम्हारे सामने तो मेरी हालत है ठीक वैसी
ही,
जो डालर के
आगे है रुपये
की ।
” बेहोश जौनपुरी