यूक्रेन में फंसे छात्र उज्जवल व अंकेश बार्डर हेतु ट्रेन में सवार
रुस यूक्रेन संकट में फस गये थे दोनों छात्र
यूक्रेन की राजधानी कीव से निकले बाहर
परिजनों ने ली राहत की सांस
शाहगंज,संकल्प सवेरा / जौनपुर कोतवाली क्षेत्र के अन्तर्गत प्रयागराज मार्ग स्थित सुरिस गांव निवासी दो चचेरे भाई यूक्रेन में फंसे हुए हैं। दोनों भाई सोमवार देर शाम कीव से ट्रेन में सवार हो चनवस्की बार्डर हेतु निकले हैं। उज्जवल व अंकेश ने बताया कि बड़ी मसक्कत के बाद ट्रेन में सवार हुए हैं। हंगरी या रोमानिया वार्डर जाना हैं। अभी यह तय नहीं है कि किस बार्डर पर जाना है। हालांकि दोनों बार्डर आस पास ही है। फिलहाल अभी कब फ्लाइट मिलता है यह तय नहीं है।
दोनों का चार मार्च को घर आने का टिकट था। लेकिन अचानक हुए हमले के बाद दोनों छात्र फंस गए थे।
क्षेत्र के प्रयागराज मार्ग स्थित सुरिस गांव निवासी अंकेश पुत्र कृष्ण कुमार यादव व उज्जवल यादव पुत्र उमेश चंद्र यादव 2018 में एमबीबीएस की पढ़ाई हेतु यूक्रेन के बोगोमलेश नेशनल मेडिकल यूनिवर्सिटी क्यूब राजधानी में ही चतुर्थ वर्ष की पढ़ाई कर रहे हैं। अभी दोनों छात्र 25 सितंबर को घर आये थे। 31 तारीख को वापस चलें गये थे। युद्ध के हालात के बाद दोनों ने चार मार्च का टिकट निकाला
था घर आने के लिए लेकिन उसके पहले ही रूस ने हमला कर दिया। अंकेश के भाई अंकुर ने बताया कि दोनों भाई साथ हैं। भारतीय दूतावास लगातार छात्रों के सम्पर्क में थे। दोनों छात्रों का रजिस्ट्रेशन कर लिया गया है। फिलहाल स्थिति तनावपूर्ण बनी हुई है। हालांकि छात्र अनहोनी की आशंका से घबराये हुए थे लेकिन जब ट्रेन से सवार हो बार्डर को निकले तो राहत की सांस ली। अब उन्हें उम्मीद है कि हम सुरक्षित अपने वतन पहुंच जायेगें।