पूर्व चैयरमैन के गुर्गे द्वारा पिटाई का मामला पहुँचा मुख्यमंत्री के दरबार
स्थगनादेश के बावजूद विवादित मकान से ताला तोड़ने का मामला
घटना के बाद से परिवार दहशत में
संकल्प सवेरा,जौनपुर । खेतासराय नगर के गोलाबाजार स्तिथ विवादित भूखण्ड पर बुधवार को ताला तोड़ने का मामला मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के दरबार पहुँच गया है।इस विशाल भूमि खण्ड पर बीजेपी के कद्दावर नेता व शाहगंज के पूर्व चेयरमैन ओमप्रकाश जायसवाल पर ताला तोड़वाने का आरोप लगा था। स्थानीय पुलिस ने मामला तूल पकड़ता देख टूटे ताला पर अपना ताला जड़ दिया।गुर्गे द्वारा अचानक लात घूसों की पिटाई के हमले से पीड़ित परिवार दहशत में आ गया है।
दर असल क़स्बे का व्यापारिक बिंदु केंद्र गोला बाजार में सौ साल से अधिक समय से रामलीला समेत अन्य धार्मिक कार्यक्रम सम्पन्न होते है। बीते वर्ष भाजपा नेता ओमप्रकाश जायसवाल ने इस भूखण्ड की बैनामा अपने नाम करा दिया।इसी लैंड के एक हिस्से में परिवार समेत व्यापारी नेता राधेश्याम जायसवाल रहते है। उनका आरोप है कि फ़र्जी तरीक़े से पैसा और सत्ता के बल पर अरबों की सम्पत्ति पर औने पौने में खरीद ली।उन्हें खाली खाली कराने के लिए दबाव बनाए गए लेकिन हमने खाली नही किया। प्रकरण सिविल कोर्ट और उच्च न्यायालय में विचाराधीन है।कोर्ट से स्थगन आदेश भी प्राप्त।आरोप है कि बुधवार को ओमप्रकाश जायसवाल के गुर्गे ने उनके घर पर तांडव मचाया।
इस दौरान लात घूसों की पिटाई से पीड़ित राधेश्याम के पुत्र और बहु समेत दस लोगो को हल्की चोटें आई। पुलिस ने मामले की गम्भीरता देख पुलिस ने देर शाम अपना ताला लगवा दिया।वही पूर्व चैयरमैन के जिले से बाहर होने के चलते उनका पक्ष जाना नही जा सका।एसओ यजुर्वेन्द्र सिंह ने बताया कि दोनों पक्षों को अपना पक्ष रखने के लिए उपजिलाधिकारी के यहाँ भेजा गया है। पीड़ित ने मुख्यमंत्री, प्रमुख सचिव, अपर मुख्य सचिव गृह, डीजीपी समेत उच्चधिकारियों के यहाँ शिकायत कर जानमाल की गुहार लगाई।
सत्ता और धनबल के सहारे मुझे बेदख़ल कर रहे है
संकल्प सवेरा,जौनपुर।खेतासराय के पीड़ित व्यापारी नेता राधेश्याम ने मीडिया से अनौपचारिक बातचीत में कहा कि जिस मकान और दुकान में रह रहा हूँ।साठ साल से अधिक समय बीत गया।बाप दादा यही पर रहे, आबादी के जमीन का बैनामा नही होता है।
पूर्व चैयरमैन गुंडई के बल हमें बल पूर्वक हटा रहे है।विवादित जमीन का स्थगनादेश के बावजूद ताला तोड़ा गया।स्थानीय पुलिस हमारी मदद नही कर रही है।शिकायत करने पर मुझे थाने बैठा दिया गया।कोर्ट और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पर हमे भरोसा है, हमारे साथ न्याय जरूर होगा।