सऊदी, दुबई और बाक़ी के खाड़ी देशों में फंसे भारतीयों के लिए एक मसीहा थी सुषमा स्वराज जी । एक पाकिस्तानी को इलाज के लिए वीज़ा नही मिलता है उसे वीज़ा दिला कर इंसानियत की मिसाल क़ायम करने वाली थी सुषमा स्वराज जी । देश उनके उपकारों को कैसे भूल पायेगा जिसने जाति धर्म से ऊपर उठ कर इंसानियत को पहले वरीयता दी । क्या ऐसी नेत्री और कोई हो पायेगी । बहुत मुश्किल है सुषमा स्वराज जी जैसा बनना । देश की इस महान नेत्री को अश्रुपूरित श्रद्धांजलि सय्यद मेराज हैदर काशी छेद बुनकर प्रकोष्ठ संयोजक जौनपुर