चिकित्सालय को मीडिया कर्मी दे रहे हैं संरक्षण
जेड हुसैन (बाबू)
जौनपुर,संकल्प सवेरा । शासन के लाख प्रयास के बावजूद भी जिले में दर्जनों ऐसे चिकित्सालय धड़ल्ले से चल रहे हैं जिनके संचालक को मेडिकल साइंस का ककहरा नहीं ज्ञात है, इसके बावजूद इस तरह के चिकित्सक गरीब जनता का स्वमं शोषण कर रहे है वहीं गंभीर बीमारी होने पर अन्य प्रतिष्ठित नर्सिंग होम में भेजकर कमीशनखोरी कर रहे हैं।
ऐसी स्थिति एक ही जगह नहीं जनपद के कोने-कोने में दिख रही है। बात करते हैं गौराबादशाहपुर क्षेत्र की जहां पर क्षेत्र के चोरसंड में एक चिकित्सालय ‘लाइफ प्वाइंट हास्पिटल के नाम से चल रहा है जहां पर एक नहीं दो-दो चिकित्सक का नेमप्लेट लगा है। वह फर्जी हैं अथवा प्रशिक्षित संदेह के घेरे में है। संदेह तब उठता है जब वहां लगे नेम प्लेट पर एक मीडिया संस्थान के प्रमुख होने का बोर्ड दीवार से सटा लगा दिखता है।
कुछ ग्रामीणों का कहना है कि उक्त अस्पताल में कई मरीजों का उपचार किया गया जिसके बाद उनकी हालत नाजुक होने पर अन्यत्र भेज दिया गया। उक्त प्रकरण में सबसे महत्वपूर्ण बिंदु तो यह है कि चिकित्सालय के पास मीडिया का बोर्ड लगाकर जनता में क्या संदेश देना चाह रहे हैं जबकि
न्यूज चैनल का मुख्यालय प्राय: शहर में होता है और ब्रांच से कोई मलतब नहीं होता है। लगता है कि मीडिया के नाम पर चिकित्साय को सुरक्षित किया जा रहा है ताकि स्वास्थ्य महकमा वहां जाने से परहेज करे।