…मोहब्बत अब तिजारत बन गयी है
शादीशुदा सिपाही ने महिला से किया निकाह, अब बन गया दीवाना
आखिर कैसे मिलेगा महिला को न्याय, खा रही दर-बदर की ठोंकरे
जेड हुसैन (बाबू)
संकल्प सवेरा, जौनपुर। पिछली सदी के आठवें दशक में रूपहले परदे पर एक फिल्म आई थी जिसका नाम था अर्पण। इस फिल्म में गीतकार आनंद बख्शी का लिखा हुआ गाना “मोहब्बत अब तिजारत बन गयी है” की वजह से फिल्म सुपरहिट हो गयी थी। फिल्म और उसका गाना तो सुपरहिट हो गया लेकिन इस गाने ने हमारे समाज को एक बहुत बड़ा मैसेज दे दिया जो आज भी सच साबित हो रहा है। ऐसा ही एक मामला शहरी क्षेत्र में देखने को मिला है। शहर कोतवाली क्षेत्र के एक मोहल्ले में रहने वाली महिला मोहब्बत के झूठे जाल में फंस गयी और अब उसकी जि़न्दगी कशमकश में है। मामला दिलचस्प तब हो गया जब इस आशिकी में पुलिस वाले की एंट्री हुई। जी हां लाइन बाजार थाने पर तैनात सिपाही आसिम अख्तर खान की मुलाकात सन्ï 2019 में किसी मामले को लेकर इस महिला से हो गयी। बात धीरे-धीरे आगे बढ़ी तो दोनों का इश्क परवान चढ़ गया। महिला ने भी साथ में जीने और मरने की कसमें खा ली और फिर दोनों एक मदरसे में जाकर मुस्लिम रीति-रिवाज के हिसाब से निकाह कर लिया। निकाल के बाद आसिम उसके साथ रहने लगा। महिला का कहना है कि पिछले साल लॉकडाउन में अचानक गायब हो गया। महिला को उसने बताया था कि उसका घर चंदौली जिले में है। अपने पति को ढूंढते हुए जब महिला चंदौली गयी थी वहां का माजरा देखकर वह सन्न रह गयी। पता चला कि सिपाही आसिम पहले से ही शादीशुदा है और उसके बच्चे भी है। इस महिला को देखकर उसकी पहली पत्नी और मां आग बबूला हो गयीं और उसे घर में घुसने से मना करते हुए बाहर धकेल दिया। तब से वह लगातार आसिम से संपर्क करना चाही लेकिन उसे कोई संपर्क नहीं हो पाया। उसने प्रार्थना पत्र लिखकर जिले के उच्च अधिकारियों से गुहार लगाई कि उसे न्याय दिलाया जाए। वही आसिम अख्तर खान के मोबाइल पर जब संपर्क किया गया तो उनकी मां ने बताया कि सङ़क दुर्घटना मेें उसकी याददाश्त चली गई है (दीवाना हो गया है)। उसे कुछ भी याद नहीं है उसकी जब याददाश्त आ जाएगी तभी उसके बारे में कुछ बता पाएंगे। इस महिला के साथ सिपाही ने जो किया उसे तो इस गाने की लाइनों से ही समझा जा सकता है कि “मोहब्बत अब तिजारत बन गयी है”।