शाहगंज /जौनपुर
ऐतिहासिक श्री रामलीला मंचन हेतु चल रहे जद्दोजहद के बीच समिति व प्रशासन के बीच कई मुद्दों पर सहमति बन गई। वहीं कई कार्यक्रम स्थगित किया गया है। फिलहाल सायं कालीन लीला रात्रि कालीन लीला दशहरा मेला व भरत मिलाप कई शर्तों के साथ आयोजित किया जाएगा। वहीं देर रात्रि नगर में भजन मंडली के करतल ध्वनि के बीच भ्रमण करने वाला राम रथ नहीं निकलेगा।
उपजिलाधिकारी राजेश कुमार वर्मा सीओ अंकित कुमार ने रामलीला भवन में बैठक कर समिति से आयोजन पर चर्चा की।
इस दौरान निर्णय लिया गया कि सायं कालीन पक्का पोखरा रामलीला मैदान में लगने वाला मेला तो लगेगा। लेकिन परम्परागत ढंग से संगत जी मन्दिर से रथ नहीं निकलेगा। राम लीला के पात्र वहीं तैयार होकर रथ पर बैठ जायेगें। लीला मंचन के उपरांत मेला समाप्त होगा। मालूम रहे नवरात्रि के प्रथम दिन से नौ दिनों तक पक्का पोखरा पर मेला चलता रहा हैं। लेकिन इस वर्ष प्रथम दिन प्रशासन व समिति की असहमति के कारण मेला नहीं लगा। फिलहाल दूसरे दिन रविवार को मेले का आयोजन किया गया।
वही 25 अक्टूबर को तहसील मुख्यालय के बगल स्थित रामलीला मैदान में दशहरा मेले का आयोजन होगा। इस पर सहमति हो गयी। लेकिन पात्रों को डाक बंगला में ही तैयार किया जायेगा। राम व रावण रथ खाली ही मेला स्थान पर पूर्व में ही भेजने पर सहमति बनी है। वहीं 26 अक्टूबर को भरत मिलाप कार्यक्रम होगा। रात्री नौ बजे श्री राम भ्राता लखन व माता सीता का पुष्पक विमान रुपी रथ अपने परम्परागत स्थान संगत जी मंदिर से उठकर सीधे पुराना चौक मोहल्ला स्थित भरत मिलाप स्थल पर जायेगा। वहीं चारों भाईयों का मिलन का कार्यक्रम आयोजित होगा। पूर्व में भरत मिलाप पर राम रथ पूरे नगर में भ्रमण कर भरत मिलाप स्थल आता रहा। फिलहाल इस बार कोविड 19 वैश्विक महामारी को देखते हुए शासन के निर्देश पर कार्यक्रम में तब्दीली की गयी है।
बैठक में अध्यक्ष रुपेश जायसवाल, महामंत्री प्रमोद सिंह,
प्रदीप जायसवाल, श्याम जी गुप्ता, सुनील जायसवाल, फिरतू राम आचार्य, शिवकुमार नेता, गिरधारी लाल, कालीचरण जायसवाल, भरत लाल अग्रहरी, रामनारायण अग्रहरी, रजनीश मोदनवाल, भुवनेश्वर मोदनवाल, ईशान राम, अजेंद्र अग्रहरी, रचित चौरसिया आदि मौजूद रहे।