भारत में एक से एक करामाती लोग हैं। एक करोड़पति छह साल से गरीबों को मिलने वाला वाला अनाज का उठान कर रहा था। मामला खुलने के बाद आपूर्ति अधिकारियों ने आनन-फानन में जांच बिठाई और राशन कार्ड रद किया।
रांची,संकल्प सवेरा। एक बार फिर गरीबों का निवाला छिनने वालों के नाम का खुलासा हुआ है। वह भी करोड़पति ठेकेदार शिवचरण साहू है, जो रांची के वार्ड संख्या-4 के भरमटोली के रहनेवाले हैं। ठेकेदार पिछले 6 साल और 9 महीने से राशन का उठाव कर रहे थे। जांच रिपोर्ट के आधार पर उनपर जुर्माना लगाया गया। छह दिनों के अंदर 1.02 लाख रुपये जुर्माना की राशि का आर्थिक दंड लगाया गया है। साथ ही 6 दिनों के अंदर स्पष्टीकरण मांगा गया है। अगर समय रहते राशि नहीं जमा नहीं की गई, तो उन प्राथमिकी भी दर्ज की जाएगी। झारखंड लक्षित जन वितरण प्रणाली नियंत्रण आदेश 2017 की धारा सात के विरुद्ध है। प्राप्त किए गए खाद्यान्न की राशि वसूलने एवं प्राथमिकी दर्ज करने का प्रावधान के अंतर्गत आता है
हाल के दिनों में कई अयोग्य राशन कार्डधारियों पर कार्रवाई की गई है और कुछ महीनों में दर्जनों डीलरों पर कार्रवाई की गई है। दोषी पाए जाने पर दर्जनों पीडीएस दुकानों का लाइसेंस सस्पेंड किया जा चुका है। जिला आपूर्ति कार्यालय को शिकायत मिली थी ठेकेदार का करोड़ों रुपये के टर्नओवर और दो मंजिला मकान भी है। साथ ही ठेकेदार के पास चार पहिया वाहन है
इधर जिला आपूर्ति पदाधिकारी अल्बर्ट बिलुंग ने बताया कि हाल के दिनों में कई अयोग्य राशन कार्डधारी से हर्जाना वसूला गया है। लगातार जांच की जा रही है और यह भी अपील की जा रही है कि जो योग्य नहीं है वे कार्ड जमा कर दें। इसी जांच की दिशा में करोड़पति ठेकेदार की शिकायत मिली की छह वर्षों से यह सरकारी अनाज का लुफ्त उठा रहा था। जबकि यह गरीबों का अनाज है, लेकन इसने पीएचएच राशन कार्ड रखा था। जिसके बाद इन्हें राशि जमा करने का निर्देश दिया गया है, अन्यथा कानूनी कार्रवाई की जाएगी