पूर्व सांसद धनंजय सिंह के फेसबुक पेज से प्रकाशित एक पोस्ट के कारण हंगामा मचा हुआ है. यह पोस्ट उन के फेसबुक पेज से 24 अगस्त को दोपहर 2:13 मिनट पर की गई थी. फेसबुक पर की गई इस पोस्ट में प्रतापगढ़ में कोरोना से मृत इंस्पेक्टर अजय सिंह के लिए एक लाख रुपये की सहायता राशि देने की बात कही गई थी.
इसी फेसबुक पोस्ट के आधार पर हिंदी के एक प्रमुख समाचार पत्र में खबर प्रकाशित हुई. खबर में लिखा गया कि पूर्व सांसद धनंजय सिंह जेल से चला रहे फेसबुक. इस खबर की पड़ताल की तब दूसरे तथ्य निकलकर सामने आए.
इसकी जांच करने के लिए पूर्व सांसद धनंजय सिंह के फेसबुक पेज पर उस पोस्ट को खंगाला गया. फेसबुक पोस्ट के समय उसके प्रकाशित करने वाले का नाम भी उसमें शामिल था. पोस्ट प्रकाशित करने वाले का नाम गौतम सिंह लिखा हुआ है. जब इसकी पड़ताल और गहनता से की गई तो पता चला यह फेसबुक पेज लखनऊ से संचालित होता है औऱ गौतम सिंह आईटी टीम का हिस्सा है जो पूर्व सांसद धनंजय सिंह के फेसबुक पेज को चलाती है. आईटी टीम के दिशा निर्देश पर इस फेसबुक पेज पर चीजों को प्रकाशित किया जाता है. पूर्व सांसद धनंजय सिंह के जौनपुर आवास पर बने कार्यालय से दिशा निर्देश के बाद उनके फेसबुक पेज पर इस पोस्ट को प्रकाशित किया गया था.
अखबार में छपी खबर के अनुसार जेल के अंदर से फेसबुक चलाने की बात पर खलबली मच गई. मगर जब इसकी पड़ताल की तो मामला गलत निकला. फेसबुक पेज जेल से नहीं बल्कि लखनऊ के आईटी सेल द्वारा संचालित किया जा रहा है. ऐसे में बड़ा सवाल यह उठता है कि ऐसे संवेदनशील मुद्दे पर बिना तथ्य और साक्ष्य के पूर्वाग्रह से ग्रसित होकर खबर को प्रकाशित किया गया.
मामले को बारीकी से समझने के लिए पूर्व सांसद के कार्यालय से भी इस बाबत पूछा गया. कार्यालय प्रभारी ने बताया कि फेसबुक पेज लखनऊ से आईटी सेल हैंडल करता है. ऐसे में यह कहना कि जेल से फेसबुक पेज चल रहा है यह पूरी तरह से निराधार है.NEWS BY CBN