ना करें बीमा को बचत समझने की गलती:शशिकला
संकल्प सवेरा। बीमा फिर चाहे यह जीवन बीमा हो या स्वास्थ्य बीमा लोग इसे बचत समझने की गलती करते है,लोग बीमा में निवेश करते समय रिटर्न्स देखने मे दिलचस्पी रखते है,और यही पर धोखा खाते है,या फिर बीमा ना करवाने का गलत निर्णय ले लेते है।
अगर हमे बीमा की सही जानकारी हो,उसका अर्थ समझ पाए तो हर व्यक्ति अपने लिए बीमा लेने में हिचखिचाएंगे नही।
तो आज हम सब बीमा का अर्थ समझते है।
बीमा का अर्थ है अपने परिवार को आर्थिक सुरक्षा प्रदान करना,परिवार को हमारे ना रहने पर भी आर्थिक रूप से कोई दिक्कत ना आये इसका प्रवधान करने को ही बीमा कहते है,संघटित छेत्र में नौकरी करने वाले हर व्यक्ति को भारतीय संविधान ने आर्थिक रूप से सक्षम रहने के लिए कुछ प्रवधान कर रखे है,जिसमे पेंशन,प्रोविडेंट फण्ड, ग्रजुइटी इत्यादि यह व्यवस्था है,लेकिन असंघटित छेत्र के नौकरीपेशा, व्यवसाई, किसान,इत्यादि ऐसे अनेक व्यक्ति है
जिन्हें इन कानूनी प्रवधानों की सुरक्षा कवच का साथ नही है,तो ऐसे लोगो अपनी दूरदृष्टि से अपने और परिवार के लिए कुछ रकम बगल करते है और इसे बचत कहते है।
बीमा भी इसी प्रकार का एक बचत है,जहाँ व्यक्ति अपनी कमाई का एक छोटा सा हिस्सा बगल कर बीमा में रखता है,और यह रकम जो वह बीमा के प्रीमियम के रूप में जमा करता है,उससे वह अपने परिवार के लिए आर्थिक सुरक्षा कवच त्यार करता है,यह रकम जब व्यक्ति अचानक से इस संसार से विदा हो जाता है
,तो परिवार का आवक बंद हों जाता है,और खर्च तो जस का तस बना रहता है,ऐसे में परिवार आर्थिक रूप से कमजोर होने पर बिखर जाता है,या फिर संकट को झेल नही पता और गलत दिशा में जाना सुरु कर देते है,तो हर व्यक्ति को अपने परिवार को आर्थिक सुरक्षा प्रदान करने हेतु बीमा ले ना चाहिए।
अब लोगो को बीमा कवच लेने के लिए प्रेरित करने हेतु उनके निवेस पर एक समय बाद धन वापसी,और भी कई तरह से प्रलोभन बीमा कम्पनी देती रहती है,और लोग इन प्रलोभनों में फस कर गलत निर्णय ले लेते है,और फिर आखिर में उन्हें पस्तावा होता है,तो बीमा लेते समय व्यक्ति कों बहुत ही समझदारी से अपने परिवार की आर्थिक सिथि का आकलन कर उचित बीमा, उचित बीमा कंपनी से लेनी चाहिए।
शशिकला पाल
आर्थिक सलाहकार
जीवन,स्वास्थ्य