पहले दिन 1.85 लाख लोगों को खिलाई फाइलेरिया से बचाव की दवा
पेंटिंग व “यूपी के संग-फाइलेरिया की जंग” विषय पर निबंध प्रतियोगिता
लाभार्थियों ने कहा – दवा खाने के बाद नहीं हो रही कोई तकलीफ
संकल्प सवेरा,जौनपुर । फाइलेरिया उन्मूलन के लिए मास ड्रग एडमिनिस्ट्रेशन (एमडीए) अभियान के तहत लोगों को घर-घर जाकर फाइलेरिया से बचाव की दवा खिलाई जा रही है। अभियान की सफलता के लिए प्रतिदिन की उपलब्धियों की समीक्षा भी हो रही है।
फाइलेरिया के बारे में जनजागरूकता लाने के लिए स्वास्थ्यकर्मी स्कूल-कालेजों व अन्य स्थानों पर सामुदायिक गतिविधियों का आयोजन कर लोगों को अभियान की महत्ता समझा रहे हैं।
जिला मलेरिया अधिकारी (डीएमओ) भानु प्रताप सिंह ने बताया कि सोमवार को पहले दिन चले अभियान में 3230 टीम लगीं हुईं थीं। पहले दिन दो से पाँच वर्ष तक के 8065 लड़कों और 9476 लड़कियों को दवा खिलाई गई। पांच से 15 वर्ष तक के 22,474 लड़कों तथा 24,378 लड़कियों ने दवा खाई। 15 वर्ष तथा उससे अधिक उम्र के 56,881 पुरुष तथा 62,909 महिलाओं ने दवा खाई। अभियान के तहत पहले दिन सोमवार को 1,85,303 एलबेंडाजोल तथा 4,37,862 डीईसी की दवा खिलाई गई।
प्रोजेक्ट कंसर्न इंटरनेशनल (पीसीआई) की जिला समन्वयक सरिता मिश्रा ने बताया कि बुधवार को धर्मापुर ब्लॉक के चोरसंड सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र अंतर्गत गांवों में भ्रमण किया । प्रतिदिन की रिपोर्ट जिला मुख्यालय पर प्रेषित की जा रही है।
उन्होंने बताया कि पीसीआई की ओर से मंगलवार को अलीगंज बाजार के पीछे हकारीपुर स्थित सेंट जान्स स्कूल में 22 स्टाफ के सहयोग से 300 बच्चों को अभियान के बारे में जानकारी दी गई। इसके लिए पेंटिंग और निबंध प्रतियोगिता कराई गई जिसमें हाथी पांव कैसे होता है, इसकी रोकथाम के लिए क्या करना चाहिए, गांवों में साफ-सफाई के माहौल का चित्र बनवाया गया।
इसके साथ ही फाइलेरिया मुक्ति अभियान 2021 को सफल बनाने के लिए “यूपी के संग-फाइलेरिया की जंग” विषय पर निबंध प्रतियोगिता कराई गई। प्रतियोगिता में आठवीं से लेकर 10वीं कक्षा तक के बच्चे शामिल रहे। प्रतियोगिता में कक्षा आठ की स्वेच्छा यादव, पलक यादव, वर्षा यादव, कक्षा सात की बब्ली यादव, उत्कर्ष, ऋषि यादव,
दिक्षा यादव, नेहा यादव सहित 29 बच्चों ने भाग लिया जिसका परिणाम गुरुवार (25 नवम्बर) को घोषित किया जाएगा। प्रतियोगिता कराने में कैप्टन बीपी सिंह, पंकज तिवारी, संवेदना, संजय, छाया, आरती उपाध्याय आदि ने सहयोग किया।
एमडीए अभियान के नोडल अधिकारी व अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी (एसीएमओ) डॉ एसपी मिश्रा ने बताया कि अभियान के तहत टीमें घर-घर जाकर लोगों को फाइलेरिया से बचाव की दवा खिला रही हैं।
उम्र के अनुसार लक्षित आबादी को दवा खिलाई जा रही है। टीमों को निर्देशित किया गया है कि दो वर्ष से कम उम्र के बच्चों, गर्भवती व पूर्व से किसी गंभीर बीमारी से ग्रसित व्यक्तियों को यह दवा नहीं देनी है।
पचहटिया गांव के राम मिलन विश्वकर्मा (47) ने बताया कि उन्होंने फाइलेरिया तथा पेट की कृमि से मुक्ति के लिए दवा खाई और आधे घंटे से ज्यादा समय हो चुका है लेकिन कोई दिक्कत नहीं हुई।
उनके भाई संतोष विश्वकर्मा (40) ने बताया कि उनके परिवार के 30 में से 27 लोग दवा खा चुके हैं लेकिन परिवार में किसी को कोई दिक्कत नहीं हो रही है। महराजगंज ब्लॉक अंतर्गत कठार गांव के केतन सिंह (17), उनके पिता संजय सिंह, मां रीना सिंह सोमवार को ही दवा ले चुके हैं लेकिन उन्हें कोई परेशानी नहीं हुई।