सावधानियों के साथ लोगों का ठहराव ही सबसे बड़ी चिकित्सा –
जनता कर्फ्यू के महत्व को घर घर जाकर बताया जा रहा है –
गिलोय का सेवन सुनिश्चित करें –
जौनपुर- वैश्विक आपदा घोषित हो चुकी कोराना वायरस से बचाव के लिए पतंजलि योग परिवार के योग शिक्षकों के द्वारा जागरूकता अभियान ग्राम समितियों के माध्यम से घर घर किया जा रहा है जिसमें लोगों से भस्स्त्रिका, अनुलोम-विलोम और कपालभाति प्राणायामों का कम से कम एक घंटे तक नियमित अभ्यास करके अपनी रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने के लिए प्रेरित किया जा रहा है इसके साथ ही लोगों को बिना किसी भय के पूर्ण सजगता के साथ सरकार एवं स्वास्थ्य विभाग द्वारा जारी सभी एडवाइजरी को पूर्णतः पालन करनें के लिए संकल्पित किया जा रहा है । पतंजलि योग समिति के प्रान्तीय सह प्रभारी अचल हरीमूर्ति के द्वारा बताया गया है कि योग गुरु बाबा रामदेव महाराज के निर्देशानुसार लोगों को बिना अधिक थके हुए किये जानें वाले आसनों व व्यायामों की जगह अधिक से अधिक समय तक प्राणायामों के साथ ध्यान का अभ्यास अभ्यास करें जिससे की पूरे शरीर में प्राणवायु के साथ रक्त का प्रवाह बहुत ही सुगमतापूर्वक बना रहे और ऐसा होने से व्यक्ति की रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ जाती है ।श्री हरीमूर्ति के द्वारा बताया गया है कि माननीय प्रधानमंत्री जी के द्वारा 22 मार्च को घोषित जनता कर्फ्यू के लिए योग शिक्षकों के द्वारा घर घर जाकर लोगों को आह्वान किया जा रहा है और उस दिन अपनी पसंद की कोई एक पुस्तक का स्वाध्याय करनें के लिए प्रेरित किया जा रहा है इसके अतिरिक्त सभी को बताया जा रहा है की गुरूच अथवा गिलोय के काढ़े का सेवन हर व्यक्ति को नियमित रूप से करना चाहिए जिसे योग शिक्षकों के द्वारा आसानी से उपलब्ध कराया जा रहा है।