SANKALP SAVERA कमलनाथ सरकार (kamalnath government) में मंत्री (minister) नहीं बनाए जाने से बिसाहूलाल सिंह नाराज थे. उन्होंने सिंधिया समर्थक चेहरों के साथ दल बदलकर बीजेपी का दामन थाम लिया. इसके बदले शिवराज सरकार में उन को मंत्री बनाया गया.
भोपाल. शिवराज मंत्रिमंडल (shivraj cabinet) विस्तार के बाद आज सुबह मंत्रियों के बीच विभागों का बंटवारा भी कर दिया गया. कांग्रेस (congress) से दल बदलकर बीजेपी (bjp) में शामिल हुए मंत्री बिसाहूलाल सिंह को मिला विभाग अब चर्चा में आ गया है. वो खाद्य मंत्री बनाए गए हैं. कमलनाथ सरकार (kamalnath) के दौरान उन पर गरीबों के हक का राशन लेने का आरोप लगा था.
राशन डकारने का आरोप
कमलनाथ सरकार के दौरान कांग्रेस विधायक रहे बिसाहूलाल सिंह पर गरीबों का राशन डकारने का आरोप लगा था. एक आरटीआई एक्टिविस्ट ने कांग्रेस विधायक बिसाहूलाल सिंह और उनके परिवार पर अन्नपूर्णा योजना के तहत बीपीएल परिवारों को एक रुपए प्रति किलो के हिसाब से मिलने वाले गेहूं और चावल लेने का आरोप लगाया था. आरटीआई के जरिए जो जानकारी आई थी उसके मुताबिक कांग्रेस नेता बिसाहूलाल सिंह 2013 से गरीबों का राशन ले रहे थे. हालांकि उन आरोपों पर बिसाहूलाल सिंह ने कहा था कि उनका परिवार आर्थिक रूप से सक्षम है. उन्होंने गरीबी रेखा से नीचे रहने वाले लोगों के हिस्से का राशन कभी नहीं लिया.
जवाब दीजिएगा
आज जब बिसाहूलाल सिंह को खाद्य महकमा ही सौंप दिया गया तब कांग्रेस का सवाल उठाना लाज़िमी है. शिवराज सरकार में आज हुए विभागों के बंटवारे में बिसाहूलाल सिंह को खाद्य नागरिक आपूर्ति और उपभोक्ता संरक्षण की जिम्मेदारी दी गई है. कांग्रेस मीडिया विभाग के उपाध्यक्ष भूपेंद्र गुप्ता ने सरकार से सवाल पूछा है कि जब बिसाहूलाल हमारे विधायक थे तो आपने उन पर बीपीएल का राशन लेने का आरोप लगाया था. उनके राशन कार्ड बताए थे फिर आपने अपनी कैबिनेट में उन्हें ही खाद्य मंत्री बना दिया,क्यों? लोकतंत्र लोग लाज से चलता है, उत्तर दीजिएगा.
दल बदला मंत्री बने
कमलनाथ सरकार में मंत्री नहीं बनाए जाने से बिसाहूलाल सिंह नाराज थे. उन्होंने सिंधिया समर्थक चेहरों के साथ दल बदलकर बीजेपी का दामन थाम लिया. इसके बदले शिवराज सरकार में उन को मंत्री बनाया गया. मंत्री बनाए जाने के बाद बिसाहूलाल सिंह को खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति विभाग की अहम जिम्मेदारी दी गई है. लेकिन अब इस जिम्मेदारी पर कांग्रेस सवाल उठा रही है.