संकल्प सवेरा खुटहन थाना क्षेत्र के पटैला गांव निवासी समाजवादी पार्टी के प्रदेश सचिव शहाबुद्दीन को हरदोई पुलिस ने गो तस्करी के आरोप में गिरफ्तार किया है। शहाबुद्दीन के अलावा 4 और लोगों को भी पुलिस ने दबोचा है।शहाबुद्दीन के भाई ने खुटहन थाने में और उसके साले ने देवरिया थाने में उसके लापता होने की रिपोर्ट लिखवाई थी।
शहाबुद्दीन के लापता होने का केस लिखवाया था
भाई शाह आलम ने तहरीर में कहा था कि शहाबुद्दीन बीती 3 नवंबर को ड्राइवर आदिल के साथ गाड़ी से देवरिया के सलेमपुर थाना क्षेत्र स्थित औरंगाबाद अपनी ससुराल गया था। 4 नवंबर को अपनी ससुराल से कुछ निजी काम के चलते देवरिया कचहरी गए। वहां वकील से बातचीत के बाद देवरिया स्टेशन स्थित मस्जिद में जुमा की नमाज अदा करने के लिए निकले। इसके बाद से ही उनका मोबाइल फोन स्विच ऑफ हो गया और संपर्क नहीं हो सका। परिजनों को आशंका थी कि राजनीति में सक्रिय होने की वजह से उसके तमाम लोगों से मतभेद रहते हैं। ऐसे में परिजनों को किसी तरह की अनहोनी की आशंका थी।सोमवार को हरदोई पुलिस ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस कर 5 लोगों को मीडिया के सामने पेश किया।
उन सभी के गो तस्करी में लिप्त होने का दावा किया। इनमें शहाबुद्दीन भी था। पुलिस के मुताबिक, शहाबुद्दीन के वाहन में भरकर पशुओं को तस्करी कर बिहार ले जाया जाता था। इसके एवज में 90 हजार किराया मिलता था। पुलिस का दावा था कि 30 अक्टूबर और 1 नवंबर को गोवंश लदे ट्रकों के पलटने से इस गिरोह के बारे में जानकारी पुख्ता हुई। इसके बाद आरोपियों को गिरफ्तार किया गया।बता दें कि शहाबुद्दीन की गिनती क्षेत्र के प्रमुख नेताओं में होती है। सियासत में सक्रिय होने के बाद वो राष्ट्रीय उलेमा काउंसिल से जुड़ा और कई चुनाव भी लड़े। लेकिन 2022 विधानसभा चुनाव से ठीक पहले उसने उलेमा काउंसिल छोड़कर सपा की साइकल पर सवारी कर ली। यहां उसे प्रदेश सचिव जैसी महत्वपूर्ण जिम्मेदारी भी दी गई