संकल्प सवेरा,जौनपुर। सिरकोनी ब्लाक अन्तर्गत गोपीपुर गांव में 175 वर्ष पुरानी ऐतिहासिक बुढ़वा बाबा रामलीला समिति के तत्वावधान में शनिवार की रात चल रही रामलीला में लंका दहन, अंगद-रावण संवाद, विभीषण शरणागति का भावपूर्ण लीला का मंचन हुआ। इसके पूर्व शनिवार की रात रामलीला का शुभारम्भ वरिष्ठ सपा नेता अजय त्रिपाठी व डॉ हर्ष विक्रम सिंह ने संयुक्त रूप से फीता काटकर किया और भाजपा नगर उपाध्यक्ष मनोज तिवारी ब्रम्हेश शुक्ला व संतोष त्रिपाठी ने राम व लक्ष्मण की आरती उतारकर किया। इस दौरान रामलीला समिति के संरक्षक रविन्द्र बहादुर सिंह पप्पू, प्रबंधक संतोष दादा,उप प्रबंधक अमित सिंह,डायरेक्टर मनोज सिंह पप्पू महाजन, उप डायरेक्टर सूर्यभान सिंह नवनिर्वाचित प्रधान आरती अखिलेंद्र सिंह, शिव शंकर सिंह बचानू, युवा सपा नेता अतुल सिंह, ओमप्रकाश सिंह पप्पू, अवनीश चौबे, हीरा गुप्ता, क्षेत्र पंचायत सदस्य दीपक सिंह,सत्य प्रकाश सिंह सत्तू ने आए हुए अतिथियों का माल्यार्पण कर व स्मृति चिन्ह देकर स्वागत किया।
रामलीला के प्रारम्भ में ललित कला एकादमी के डायरेक्टर पवन छोटू व समीक्षा दुबे ने गणेश वंदना व एक से एक झांकी प्रस्तुत कर लोगों को भाव विभोर कर दिए।और अंत में आए हुए कलाकार जस्ट डांस के डायरेक्टर कृष्ण मुरारी मिश्रा व ललित कला एकेडमी के डायरेक्टर पवन छोटू ,समीक्षा दुबे को वी डी एस इंटरप्राइजेज के अधिष्ठाता सर्वेश सिंह सोनू द्वारा स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया गया।शनिवार की रात रामलीला में अंगद-रावण संवाद के दृश्य में अंगद रावण से कहता है कि हे रावण! मैं राम का दूत बनकर आया हूं। राम का संदेश है कि आप सीता मैया को ससम्मान सहित वापस पहुंचा दीजिए। नहीं तो लंका का विनाश निश्चित है। इस पर रावण क्रोध में आकर कहता है कि जो तुम्हारे पिता बलि को मार दिया, उन्हीं की तरफ से गुणगान कर रहे हो। इसके बाद अंगद-रावण में काफी संवाद के बाद अंगद अपना पैर जमा कर कहता है कि अगर तुम्हारे दरबार में जो सबसे ताकतवर हो, वह मेरा पैर उठाकर दिखाए तो आप जैसा कहेंगे, हम वैसा करेंगे। बारी-बारी सभी पैर उठाने लगे लेकिन किसी से भी पैर नहीं उठा। इसके बाद रावण उठता है और अंगद का पैर उठाने चलता है। जिस पर अंगद कहते हैं कि मेरे पैर छूने से क्या फायदा। अगर छूना है तो प्रभु श्रीराम के पैर को छुए जो आपको माफ कर सकते हैं। यह दृश्य देखकर दर्शक रोमांचित हो उठते हैं और श्रीराम व अंगद का जयकारा लगाने लगते हैं जिससे पूरा पण्डाल गुंजायमान हो उठता है। रामलीला में हनुमान व सीता का संवाद देख लोग भावविभोर हो उठे। मंचन में अंगद की भूमिका अखिलेंद्र सिंह, रावण सचिन सिंह कल्लू, सीता नवरत्न सिंह तथा राम व लक्ष्मण की भूमिका क्रमशः बल्लू व नवनीत ने निभाई। रामलीला का संचालन कामरेड जय प्रकाश सिंह व अमित सिंह जुगुनू ने किया। इस अवसर पर संरक्षक छोटेलाल सिंह मास्टर,हीरा गुप्ता, चेत नारायण, भोले सिंह,प्रधान संजय सिंह ,मिथिलेश सिंह, अनुज सिंह,भीम यादव, संजू गुप्ता, पूर्व प्रधान बाके लाल सरोज, , रमेश सिंह, रजनीश चौबे, शैलेश यादव, रिंकज सिंह संतोष सिंह एडवोकेट, विपिन पिन्टू सिंह, ,अभय राज, हरिकेश सिंह, अनिल सिंह, पत्रकार संतोष सोनी शुभांशु जयसवाल, प्रभाकर सिंह, वन्देश सिंह आदि उपस्थित रहे।