दिल्ली, एजेंसियां। देश में एक बार फिर सभी मुद्दे को पीछे छोड़ते हुए सभी का ध्यान कोरोना वायरस पर है। कोविड की दूसरी लहर बेहद ही खतरनाक दिखाई दे रही है। 2020 में हालांकि लोगों में वायरस को लेकर खौफ था और मामले उतने नहीं पहुंचे थे कि जितने अब हर रोज आ रहे हैं। पिछले कई दिनों से एक लाख से ऊपर मामले आ रहे हैं। पहले लगे लॉकडाउन में गरीबों पर सबसे ज्यादा मार पड़ी थी और ज्यादातर सभी के धंधे चौपट हो गए थे। जनता एक और लॉकडाउन झेलने को तैयार नहीं है, लेकिन लापरवाही के कारण नए मामलों में बढ़ोतरी होते देख देश में पिछले साल जैसे हालात बन गए हैं। स्कूल-कॉलेज बंद, लॉकडाउन, नाइट कर्फ्यू प्रभाव में हैं। पिछली बार कोरोना से जंग में हमारे पास वैक्सीन नहीं थी, इस बार है, लेकिन कई राज्य कह रहे हैं कि उनके पास ना के बराबर टीके मौजूद है, जो चिंता का विषय है।नवरात्रि, उगादि, गुड़ी पड़वा, बैसाखी आदि के आगामी त्यौहारों से पहले कई शहरी क्षेत्रों में ताले लगने वाले हैं। अप्रैल के मध्य में महामारी की चल रही दूसरी लहर के चरम पर होने से स्थानीय प्रतिबंध, मिनी लॉकडाउन, नाइट कर्फ्यू पहले ही चालू हैं लेकिन जैसा कि भारत में हर दिन नए मामलों के रिकॉर्ड टूट रहे हैं, इससे लॉकडाउन के तहत आने वाले शहरों की सूची लंबी होने जा रही है। हालांकि, पूर्वोत्तर राज्य दूसरी लहर से अछूते साबित हुए हैं और स्थानीय प्रतिबंध से मुक्त हैं।
मुंबई, पुणे, नागपुर – संपूर्ण महाराष्ट्र
आज रात 8 बजे से, मुंबई, पुणे, नागपुर और महाराष्ट्र के सभी शहरों और जिलों में सोमवार शाम 7 बजे तक कड़ा लॉकडाउन लगने जा रहा है, क्योंकि रात का कर्फ्यू और वीकेंड लॉकडाउन दोनों प्रभाव में आजाएंगे। आवश्यक सेवाओं के अलावा किसी भी अन्य चीजों की अनुमति नहीं दी जाएगी। मुंबई प्राधिकरण ने शहर के लिए अलग-अलग दिशानिर्देश जारी किए हैं।
रेलवे स्टेशन पर नहीं मिलेगी प्लेटफॉर्म टिकट
राज्य में बढ़ते COVID-19 मामलों को देखते हुए, आज से तत्काल प्रभाव से प्लेटफॉर्म टिकटों की बिक्री रोक दी गई है। इनमें लोकमान्य तिलक टर्मिनस, कल्याण, ठाणे, दादर, पनवेल, छत्रपति शिवाजी महाराज टर्मिनस शामिल हैं, जहां टिकट नहीं दी जाएगी। सीपीआरओ और मध्य रेलवे ने इस बात की जानकारी दी।
छत्तीसगढ़ के रायपुर को एक नियंत्रण क्षेत्र घोषित किया गया है और इसकी सीमा को शाम 6 बजे अप्रैल 9 से सुबह 6 बजे, 19 अप्रैल तक सील किया जाएगा। इन 10 दिनों के लिए केवल आवश्यक सेवाओं की अनुमति दी जाएगी और परीक्षा में बैठने वाले छात्र प्रतिबंधों से परे होंगे। केंद्र सरकार, राज्य सरकार, अर्ध-सरकारी, साथ ही निजी कार्यालय और बैंक के कार्यालय बंद रहेंगे।
भोपाल सहित मध्य प्रदेश के सभी शहरों में आज शाम 6 बजे से शुरू होने वाले 60 घंटे के बंद का एलान मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने किया है। मध्य प्रदेश के कई जिले पहले से ही रविवार को लॉकडाउन लगाते हैं, लेकिन इस सप्ताहांत, राज्य के सभी शहरी क्षेत्रों में सख्त प्रतिबंध होंगे।
पहले से ही प्रतिबंध के तहत शहर / जिले
छत्तीसगढ़ का दुर्ग नौ दिनों के सख्त लॉकडाउन में है, जो 6 अप्रैल से शुरू हुआ था।
रात के कर्फ्यू के तहत शहर
दिल्ली, नोएडा, चंडीगढ़, गुजरात के अहमदाबाद, सूरत, राजकोट, ओडिशा के सुंदरगढ़, बरगढ़, झारसुगुड़ा, संबलपुर, बलांगीर, नुआपाड़ा, कालाहांडी, मलकानगिरी, कोरापुट और नबरंगपुर, राजस्थान के जयपुर, उत्तर प्रदेश के लखनऊ, वाराणसी, कानपुर, प्रयागराज समेत गाजियाबाद, मेरठ व कई अन्य जिले नाइट कर्फ्यू लगाया गया है।
बेंगलुरु में 10 अप्रैल से कर्फ्यू
बेंगलुरु, मैसूरु, मंगलुरु, कलबुर्गी, बीदर, तुमकुरम, उडुपी और मणिपाल सहित कर्नाटक के अन्य जिलों में 10 अप्रैल से कर्फ्यू लगाया जाएगा। बंगलौर आर्चडायोसिस के मुताबिक, हमारी आर्चडायोसिस के बेंगलुरु शहरी और बेंगलुरु ग्रामीण जिलों के चर्चों, चैपल और संस्थानों में सभी सार्वजनिक धार्मिक सेवाएं 7 से 20 अप्रैल तक निलंबित रहेंगी। हालांकि, चर्च / चैपल शायद निजी काम और आराधना के लिए खुले रहे।