मुड़े पंजे सही कर बच्चों को चलने लायक बनाया
खुशहाली
जनपद में 2019 से अब तक राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम से 67 बच्चों के क्लबफुट का हुआ निशुल्क इलाज
जौनपुर,संकल्प सवेरा मुंगराबादशाहपुर ब्लाक के फत्तूपुर कला गांव के राजेश यादव और प्रीति देवी के बेटे आर्यन यादव (तीन माह) का पैर टेढ़ा था। भविष्य में उसके चलने फिरने में होने वाली दिक्कतों को लेकर वह डर गए थे। अक्टूबर में उन्होंने राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम (आरबीएसके) के तहत उसे जिला चिकित्सालय में दिखाया। वहां उसके प्रभावित पैर में चीरा लगा और पट्टी हुई। अनुष्का फ़ाउंडेशन फॉर एलिमिनेट क्लबफुट से उसे नि:शुल्क जूते मिले जिनका उपयोग कर उसका पैर सही हो गया। इसमें उनका एक भी पैसा खर्च नहीं हुआ।
केराकत के अतरौरा गांव के शिव प्रकाश यादव और रीता के बेटे के दोनों पैर के पंजे अंदर की तरफ मुड़े थे। इससे वह चल नहीं पाता था। उन्होंने मुफ्तीगंज में आरबीएसके की डॉ मोनिका से सम्पर्क किया। उनके माध्यम से उनके बेटे का जिला अस्पताल में इलाज हुआ तथा उनके बच्चे को नि:शुल्क जूते मिले। इलाज के कारण उनका बेटा चारपाई और गड़ारी के सहारे चल लेता है।
राजेश और प्रीति तथा शिव प्रकाश और रीता अपने बच्चों के पैर के पंजे सही हो जाने से खुश हैं। वह आरबीएसके के जरिए मिलने वाली सुविधाओं के लिए स्वास्थ्य विभाग तथा मुख्य चिकित्साधिकारी (सीएमओ)डॉ लक्ष्मी सिंह सिंह का आभार जता रहे हैं। लेकिन यह तो सिर्फ उदाहरण हैं
असल में ऐसे कई मामले हैं जो आरबीएसके के तहत जिला अस्पताल में निःशुल्क उपचारित किए जा रहे हैं।
आरबीएसके के नोडल अधिकारी अपर मुख्य चिकित्साधिकारी (एसीएमओ) डॉ राजीव कुमार कहते हैं कि आरबीएसके की टीम सरकारी स्कूलों में क्लबफुट सहित कई अन्य जन्मजात बीमारियों से प्रभावित 18 वर्ष की उम्र तक के बच्चों की खोज कर उनके इलाज की व्यवस्था कराती है। जनपद में 2019 से अब तक क्लबफुट के 67 बच्चों का आरबीएसके के तहत इलाज कराया जा चुका है। 2022 में अभी तक 25 बच्चे आरबीएसके के माध्यम से ठीक हो चुके हैं।
आरबीएसके के डिस्ट्रिक्ट अर्ली इनटरवेंशन सेंटर (डीईआईसी) प्रबंधक अमित कुमार गौड़ बताते हैं कि क्लबफुट की समस्या का समाधान करने के लिए एक गैर सरकारी संस्था अनुष्का फ़ाउंडेशन फॉर एलिमिनेट क्लबफुट काम कर रही है। संस्था ऐसे बच्चों के उपचार के लिए आरबीएसके तथा राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन (एनएचएम) के सहयोग में काम करती है। संस्था की तरफ से क्लबफुट के इलाज में मिलने वाली सुविधाओं का फायदा उठाने के लिए प्रभावित बच्चों की जल्द से जल्द पहचान कर इलाज के लिए लाना जरूरी है। अनुष्का फ़ाउंडेशन फॉर एलिमिनेट क्लबफुट की प्रोग्राम एक्जीक्यूटिव अंकिता श्रीवास्तव बताती हैं कि प्रभावित बच्चे के लिए फुट ब्रेसेज सहित पूरी चिकित्सा सुविधा नि:शुल्क है। हर शुक्रवार को जिला अस्पताल के हड्डी विभाग कमरा नम्बर 10 मेंं राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम के तहत क्लबफुट की नि:शुल्क सुविधाओं का लाभ उठाया जा सकता है।