“मोहब्बत खींच लाई है मुझे इस आशियाने में”
अखिल भारतीय काव्य मंच की 14 वीं गोष्ठी संपन्न
डा प्रमोद वाचस्पति
संकल्प सवेरा,जौनपुर। अखिल भारतीय काव्य मंच के अनवरत चलने वाले मासिक गोष्ठी के गुन्जन से जनपद मुख्यालय का उमेशो नाथ मंदिर रास मंडल का पवित्र एवं विशाल प्रांगण कवियों कवित्रियों एवं शायरों के काव्य पाठ से काव्य मय हो गया!
गोष्ठी की अध्यक्षता पूर्वांचल विश्वविद्यालय के पूर्व विधि विभागाध्यक्ष एवं वरिष्ठ कवि डॉ.पी सी विश्वकर्मा ने किया !मुख्य अतिथि के रूप में पेश इमाम एवं वरिष्ठ शायर कारी जिया रहे! गोष्ठी का सफल संचालन मोहम्मद हसन डिग्री कॉलेज के विभागाध्यक्ष डॉ अजय विक्रम सिंह द्वारा संपन्न हुआ!
इस अवसर पर डा.अंगद कुमार राही ने अपनी रचनाओं के माध्यम से पर्यावरण संरक्षण की तरफ लोगों का ध्यान आकर्षित किया ..
यूं काटो ना आरा चलाई!
मुझको समझो अपना भाई !!
डॉक्टर संजय सिंह सागर की रचना पर लोग झूमने को मजबूर हो गए
वफादारी का क्या सूरत ए हाल है !
उससे ज्यादा तो बेवफा खुशहाल है!!
नौजवान शायर अमृत प्रकाश की ग़ज़ल को लोगों ने पसंद किया
कि बारिशों से अब मुझे शिकायत कैसी,
इधर के गांव में मेरा ही खेत बंजर था!!
अहमद अजीज गाजीपुरी के अशार ने महफिल को काफी ऊंचाइयों पर बख्शी
मजबूर होकर भूख से नादार ने कहा!
दौलत खरीद लाऊंगा किरदार बेचकर!!
चंद्रमणि पांडे” उत्तम जौनपुरी” की प्रस्तुति काबिल ए तारीफ रही –
इतनी नफरत भी भाई ठीक नहीं
कि तुमने नाराज होना भी छोड़ दिया!!
कवित्री विभा तिवारी ने अपनी प्रस्तुति के माध्यम से एक समा बांध दिया-
यूं नज़र से उतर गया कोई !
खुद मेरे कान भर गया कोई!!
आजकल के हालात पर राजेश पांडे की रचना को मुक्त कंठ से सराहा गया
मोहब्बत खींच लाई है मुझे इस आशियाने में !
नहीं तो कौन किसको पूछता है इस जमाने में!!
अखिल भारतीय काव्य मंच के संस्थापक डॉ प्रमोद वाचस्पति ,संस्था के अध्यक्ष असीम मछली शहरी ,मंत्री आशुतोष पाल शोहरत जौनपुरी ,
गोष्ठी के आयोजक आलोक द्विवेदी, मोनिस जौनपुरी, अंसार जौनपुरी आदि ने काव्य पाठ किया! संस्था के अध्यक्ष असीम मछली शहरी ने सभी उपस्थित विद्वानों का आभार व्यक्त किया!