भू माफियाओं पर मेहरबान नगर पंचायत खेतासराय,
भ्रष्टाचार में आकंठ डूबे नगर पंचायत खेतासराय के घिनौने सच का सभासदों ने किया पर्दाफाश
सभासदों के आरोप से मचा हड़कंम्प,
जौनपुर । नगर पंचायत खेतासराय के चेयरमैन वसीम अहमद व ईओ अमित कुमार द्वारा प्लाटों की भूमि पर सरकारी धन से इंटरलॉकिंग कराए जाने के मामले में खासा तूल पकड़ लिया चेयरमैन के इस दोषपूर्ण कार्य प्रणाली के विरोध में सभासदों ने खुलेआम मोर्चा खोल दिया है मंगलवार को नाराज सभासदों का एक प्रतिनिधि मंडल ईओ से उनके कार्यालय में मिलकर उन्हें ज्ञापन सौंपा।
इस मौके पर उपस्थित नामित सभासद व वरिष्ठ भाजपा नेता जगदंबा प्रसाद पांडेय, मनीष कुमार गुप्त, कृष्ण कुमार बरनवाल अन्य ने ईओ से कहा कि नगर पंचायत क्षेत्र में साफ-सफाई, दवा छिड़काव, कूड़ा उठान व अन्य इमर्जेंसी को छोड़कर खर्च किए जाने वाले 10 हजार रुपये तक के किसी भी भुगतान को तुरंत रोक दिया जाए। नगर पंचायत में कितने कर्मचारी तैनात हैं , कितने मौके पर काम कर रहे हैं । उन्हें कितने पैसे का भुगतान किया जा रहा है। वाहनों के मरम्मत के नाम पर हो रही फिजूलखर्ची और डीजल के भुगतान पर भी तुरंत रोक लगाई जाए।
सभासदों ने यह भी आरोप लगाया है कि नगर पंचायत खेतासराय में पिछले तीन वर्ष से विकास का कोई भी कार्य नहीं कराया गया। सिर्फ है फर्ज अदायगी और फर्जीवाड़े का खेल किया जा रहा है । पुराने थाना परिसर के ठीक सामने भू माफियाओं द्वारा की गई प्लाटिंग के स्थान पर नगर पंचायत खेतासराय के सरकारी धन से की गई इंटरलॉकिंग खुद इस बात का प्रत्यक्ष प्रमाण है ।