थाने में दी तहरीर नही दर्ज हुआ मुकदमा।
रामपुर। थाना क्षेत्र के एक गांव की छः वर्षीय बालिका के साथ दुष्कर्म का प्रयास किए जाने का मामला प्रकाश में आया है।मामला पुलिस के संज्ञान में आते ही क्षेत्र के लोगों में हड़कंप मच गया है। फिलहाल बालिका पूरी तरह स्वस्थ है। गांव का ग्राम प्रधान दंबग व राजनैतिक पकड़ होने के कारण बालिका के पिता पर जबरदस्ती सुलह समझौता करने का दबाव बना रहा है। प्रधान के भय से बालिका का पिता इधर उधर अपनी जान बचाने के लिए भटक रहा है।
पीड़िता के पिता ने पुलिस पर आरोप लगाते हुए बताया।कि थाने के दरोगा मुकदमा दर्ज करने के बजाय यह कह रहे है।कि आप घटना का किसी के साथ जिक्र मत करिए आरोपी जब दिखता है तो बताइए तब मुकदमा दर्ज कर उसे हम पकड़ कर तिहाड़ जेल भेज देगे।
रामपुर थाना क्षेत्र के एक गांव की 6 वर्षीय बालिका अपने भाई के साथ घर के पीछे लगे आम के पेड़ में झूला झूल रही थी। बुधवार को करीब शाम 5.30 बजे उसी गांव के ग्राम प्रधान का भतीजा पहुंच कर बच्ची को टॉफी देने के बहाने उसे उठाकर ले जा रहा था तभी उसका आठ वर्षीय भाई भी पीछे-पीछे चला गया। बालिका के पिता का आरोप है कि उपरोक्त युवक बच्ची को गांव के रामजी साहु की बाउंड्री में ले जाकर उसका पूरा कपड़ा उतार कर फेंक दिया और उसके साथ दुष्कर्म का प्रयास करने लगा जिसका विरोध उसका भाई किया तो उसे भी मारा पीटा जिससे उसका आठ वर्षीय भाई अर्ध विक्षिप्त अवस्था मे रोते हुए घर पहुच कर पिता को घटना के विषय में जानकारी दिया। बच्ची का पिता पूरे परिवार के साथ जब घटनास्थल पर पहुंचा तो खेत में बेटी पड़ी हुई थी और दहशत से रो रही थी जिसे उठाकर घर लाया।
पिता ने बताया कि दुष्कर्म के प्रयास के बाद मेरी बेटी 3 घंटे तक बेहोश रही गुरुवार की सुबह पीड़ित बालिका का पिता रामपुर थाने पर पहुंचकर आरोपी के खिलाफ अपहरण कर बेटी के साथ दुष्कर्म का प्रयास करने का तहरीर दिया। पीड़ित बेटी के पिता का आरोप है कि थाने पर बैठे दरोगा ने कहां की मामले को किसी के संज्ञान में नहीं आने दे घर जाकर शांत होकर बैठ जाए, जब भी आरोपी दिखे तुरंत सूचना देना। मुकदमा नहीं लिखा जाएगा।जब तक आरोपी को गिरफ्तार नहीं करवा दोगे। पीड़ित बालिका के पिता ने यह भी आरोप लगाया कि मेरे घर पर प्रधान अपने एक भाई के साथ आकर सुलह समझौता का दबाव बनवा रहे हैं। ग्राम प्रधान रामपुर थाने में अच्छी पहुंच रखने वाला व्यक्ति है जिसके कारण मेरी पीड़ित बेटी के साथ न्याय नहीं हो पा रहा है वही पुलिस द्वारा मुकदमा नहीं लिखने से असंतुष्ट पीड़ित बालिका का पिता मामले की जानकारी उच्चाधिकारियों को फोन द्वारा दे चुका है।