पोस्टर से समझाया-खूबियाँ बताईं तब जाकर दवा की जरूरत समझ आई
कोशिश रंग लाई
– एमडीए अभियान के तहत घर-घर जाकर स्वास्थ्यकर्मी खिला रहे फाइलेरिया से बचाव की दवा
-जनपद के पचहटिया गांव का एक परिवार दवा को लेकर था सशंकित, स्वास्थ्यकर्मियों ने शंकाओं को किया दूर
संकल्प सवेरा जौनपुर, 25 नवम्बर 2021 जनपद के पचहटिया गांव के सुशील कुमार विश्वकर्मा (50) बीएससी (बायोलाजी) और बीएड हैं। उन्होंने अखबार में पढ़ रखा था कि मास ड्रग एडमिनिस्ट्रेशन (एमडीए) अभियान के तहत घर-घर फाइलेरिया की दवा खिलाई जाएगी। इसके बाद भी वह दवा के सेवन को लेकर सशंकित थे | इसलिए वह दवा नहीं खा रहे थे। वहीं के धर्मेंद्र विश्वकर्मा (44) कहते हैं कि उन्हें किसी ने बताया ही नहीं था, इसलिए दवा खाने से डर लग रहा था।
स्वास्थ्य कर्मियों के समझाने के बाद पचहटिया की कविता विश्वकर्मा (24) ने बताया कि दवा नहीं खाऊंगी तो फाइलेरिया हो जाएगा और पेट में कीड़े बने रहेंगे | ऐसा प्रोजेक्ट कंसर्न इंटरनेशनल (पीसीआई) की सरिता मिश्रा ने उन्हें पोस्टर दिखाकर समझाया है। इसलिए उन्होंने दवा खाई। सरिता ने ही और लोगों को भी पोस्टर दिखाकर एमडीए अभियान के तहत दी जाने वाली दवा की खूबियां बताईं तब जाकर लोग दवा खाने को तैयार हुए। उन्होंने ही टीम के साथ सुशील विश्वकर्मा, धर्मेंद्र विश्वकर्मा सहित 17 लोगों को दवा खाने के लिए तैयार किया और अपने सामने दवा खिलाई।
उन्होंने बताया कि क्षेत्र की आशा कार्यकर्ता अंतिमा मौर्या ही उस क्षेत्र की ड्रग एडमिनिस्ट्रेटर (डीए) हैं। उन्होंने स्टेट से मिले फेमिली रजिस्टर में इन परिवारों को रिफ्यूजल (दवा लेने से इनकार करने वाले) में चिह्नित किया था। उन्होंने संबंधित ब्लॉक के प्रभारी चिकित्सा अधिकारी (एमओआईसी) डॉ मनोज गौतम को इससे अवगत करा दिया था। डॉ मनोज गौतम से यह जानकारी उन्हें मिली। जानकारी होने पर वह बुधवार को प्रचार सामग्री तथा टीम के साथ ( आशा संगिनी संगीता तथा आशा कार्यकर्ता अंतिमा मौर्या ) पचहटिया में रिफ्यूजल परिवारों के बीच पहुंच गईंं।
उन्हें पोस्टर के माध्यम से समझाया कि फाइलेरिया एक घातक बीमारी है जो जिले में फैल रही है। इसकी रोकथाम के लिए सरकार की ओर से सभी को दवा खिलाने के लिए प्रेरित किया जा रहा है। उनके समझाने पर एक ने दवा खा ली तो बाकी लोग भी उससे प्रभावित होकर दवा खाने लगे। उन्होंने बताया कि एक ही परिवार से अब छह घर बन चुके हैं जिसमें कुल 27 सदस्य हैं। समझाने का यह असर हुआ कि 27 में से 17 लोग दवा खा चुके हैं। बाकी लोग बाहर हैं, इसलिए उन्हें दवा नहीं खिलाई जा सकी।
मुख्य चिकित्सा अधिकारी (सीएमओ) डॉ लक्ष्मी सिंह ने बताया कि एमडीए अभियान के तहत लोगों को जागरूक करने की पूरी कोशिश की जा रही है। जिनके मन में जरा भी संशय रहता है तो उसका निवारण करने के लिए टीम मौके पर पहुंचती है और संतुष्ट करती है। अभियान में जनपद के हर परिवार से सहयोग मिलेगा, ऐसा मुझे विश्वास है।
शिल्पा ने बनाई पेंटिंग: स्टेट की तरफ से मिले फेमिली रजिस्टर तथा आशा कार्यकर्ता को मिली डायरी देखकर पचहटिया की शिल्पा विश्वकर्मा (16) ने एक ड्राइंग बनाई जिसके माध्यम से फाइलेरिया से प्रभावित होने के बाद पैरों में होने वाली सूजन को दर्शाया गया है। जब स्वास्थ्यकर्मी लोगों को दवा खाने के लिए समझा रहे थे तब शिल्पा ड्राइंग बनाने में तल्लीन थीं ।