माँ की मौत भी नहीं तोड़ सकी डाॅक्टर का हौसला
मौत के दूसरे दिन ही किया आठ ऑपरेशन
मछलीशहर,संकल्प सवेरा। कभी जौनपुर मे रह चुके और अपनी कार्यकुशलता से अपनी अमिट छाप छोड़ चुके प्रसिद्ध आर्थोपैडिक सर्जन डाॅ यू बी यादव वर्तमान मे प्रयागराज मे अपनी सेवाएँ दे रहे है। बीते शुक्रवार को उनकी माँ की स्वाभाविक मौत हो गयी। कोरोना की इस महामारी के दौर मे जब प्रयागराज के अधिकांश निजी अस्पतालो ने गंभीर रोगियों के लिए भी अपने द्वार बंद कर लिए है ऐसे मे डा यू बी यादव के आशुतोष हाॅस्पिटल मे रोज ऑपरेशन किये जा रहे है। शुक्रवार को माॅ की मौत के बाद से रविवार तक ही कुल 21 ऑपरेशन करके गंभीर मरीजों को स्वास्थ्य लाभ पहुंचाया। अधिवक्ता संघ मछलीशहर के पूर्व अध्यक्ष दिनेश चन्द्र सिन्हा की कूल्हे की हड्डी टूट गयी थी। उनका भी ऑपरेशन किया गया। श्री सिन्हा ने बताया कि मछलीशहर से वे एम्बुलेस से प्रयागराज पहुँचे जहाँ चार – पांच अस्पतालो का चक्कर काटा लेकिन सभी ने कहा कि पहले आर टी पी सी आर रिपोर्ट निगेटिव लाइये तब भर्ती करेंगे। घूम फिरकर डाॅ यू बी यादव के यहाँ पहुँचे जहां आसानी से दाखिला मिल गया। डाॅ यू बी यादव ने कहा कि उनके यहाँ आने वाले मरीज पूरी तरह से विकलांग अवस्था में आते है। वे कोविड नाम्र्स के तहत एन्टीजेन टेस्ट कराकर भर्ती कर लेते है। कहा कि माँ की कमी की भरपाई तो कभी नहीं हो सकती है लेकिन मरीजों की जान बचाना भी उनकी प्राथमिकता है। मरीजों को लाचार बेबश नही छोड़ सकते है।