बिहार सरकार के शिक्षा मंत्री मेवालाल चौधरी ने इस्तीफा दे दिया है। गुरुवार को ही 12.00 बजे उन्होंने पदभार ग्रहण किया था। उनपर भ्रष्टाचार के आरोप लगे थे। शपथ लेने से एक दिन पहले मेवालाल ने बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से मुलाकात की थी। इसके बाद उन्होंने सबकुछ ठीक होने की बात कही थी। आज पदभार संभालने के बाद उन्होंने दोबारा सीएम नीतीश कुमार से मुलाकात की और इसके बाद दोपहर इस्तीफा दे दिया। बताते चलें कि मेवालाल चौधरी बिहार सरकार के तीसरे ऐसे मंत्री हैं जिन्होंने भ्रष्टाचार के आरोप में काम करने के तुरंत बाद इस्तीफा दिया है। इसके पहले जीतन राम मांझी और परिवहन मंत्री के रूप में कामकाज संभाले आरएन सिंह ने पदभार ग्रहण करने के बाद इस्तीफा दे दिया था।
बिहार कृषि विवि में भ्रष्टाचार का आरोप
बताते चलें कि मेवालाल चौधरी पर धोखाधड़ी, सरकारी राशि का गबन, जाली कागजात बनाकर हेराफेरी व मूल दस्तावेज में छेड़छाड़ तथा आपराधिक षड्यंत्र रचने का आरोप है। मेवालाल पर बिहार कृषि विश्वविद्यालय (सबौर, भागलपुर) में कुलपति के पद पर रहते हुए असिस्टेंट प्रोफेसर की बहाली में धांधली करने का आरोप लगा है। साथ ही विवि में भवन निर्माण में भ्रष्टाचार का भी आरोप लगा है।
मुझ पर लगाए गए सभी आरोप बेबुनियादः मेवालाल
इधर, मंत्री पद संभालने के बाद आरोपों से घिरे मेवालाल ने सफाई दी थी। उन्होंने कहा था कि मुझ पर लगाए गए सभी आरोप बेबुनियाद हैं। मैं भ्रष्टाचार के किसी भी मामले में संलिप्त नहीं रहा हूं। उन्होंने यह भी कहा था कि अभी तक उनपर किसी भी मामले में कार्रवाई नहीं हुई है, ऐसे में उन्हें कैसे आरोपित बताया जा रहा है।