ठगी करने वाला बसपा लोकसभा-प्रत्याशी लल्लन प्रसाद यादव गिरफ्तार
सेना भर्ती के अभ्यर्थियों से लाखों हड़पे, इनामी माफिया को STF ने दबोचा
संकल्प सवेरा, काशी। वाराणसी STF ने सेना में नौकरी लगवाने के नाम पर युवाओं से ठगी करने वाले माफिया लल्लन प्रसाद यादव को गिरफ्तार कर लिया। लल्लन प्रसाद ने बसपा के टिकट पर बलिया से लोकसभा चुनाव लड़ा था और चुनाव में युवाओं से ठगे करोड़ों रुपए खपाए थे।
चुनाव के दौरान से 23 मुकदमों में नामजद लल्लन की तलाश में पुलिस और एसटीएफ जुटी थी। पुलिस ने आरोपी लल्लन पर 25 हजार रुपये का इनाम भी घोषित किया था। हालांकि महीनों बाद वह STF के हत्थे चढ़ गया।
वाराणसी एसटीएफ के प्रभारी डिप्टी एसपी शैलेश प्रताप सिंह की टीम ने नौकरी के नाम पर ठगी करने वाले गैंग के पूर्वांचल में सक्रिय सदस्यों की तलाश शुरू की। सबसे पहले गैंग का सरगना गाजीपुर के नोनहरा निवासी लल्लन यादव पुत्र अयोध्या यादव की सीडीआर और लोकेशन खंगाली।
गुरुवार को उसकी लोकेशन गाजीपुर वाराणसी मार्ग पर मिली तो टीम बनारस से सारनाथ के लिए निकल गई। सरगना लल्लन यादव सारनाथ के श्रीनगर कॉलोनी में था और किसी नौकरी में भर्ती कराने का झांसा देने पहुंचा था। बताया गया कि उस पर 25 हजार का इनाम भी
एसटीएफ ने कालोनी की घेराबंदी करते हुए लल्लन यादव को गिरफ्तार कर लिया। इसके बाद आरोपी को मऊ के घोसी थाना पर लेकर पहुंची, जहां संबंधित केस में उसके खिलाफ चालान तैयार कराया। आरोपी को कोर्ट में पेश किया, जहां से जज ने जेल भेज दिया।
सेना से रिटायर्ड है लल्लन यादव
सेना भर्ती के नाम पर ठगी करने वाला नोनहरा, गाजीपुर निवासी लल्लन यादव सेना में सूबेदार पद पर तैनात था। वह वर्ष 1998 में भारतीय सेना में भर्ती हुआ था, वर्ष 2010 में अवकाश से आने के उपरान्त फिर नौकरी पर वापस नहीं गया। इसके बाद सेना में भर्ती कराने के नाम पर अभ्यर्थियों से ठगी करने लगा।
वर्ष 2017 में लगभग 50 अभ्यर्थियों से सेना में भर्ती कराने के नाम पर प्रति अभ्यर्थी 3 लाख रूपये के हिसाब से पैसा लिया, जिसमें से ज्यादातर पैसा अपने बैंक खाता में लिया। इस भर्ती में कुछ स्वयं पास हो गए जिनकी नौकरी लगवाने का दावा किया और कई अन्य युवाओं को शिकार बनाया।
सेना भर्ती में शामिल नहीं होने के बाद विफल अभ्यर्थी और परिजन पैसा वापस मांगने लगे, परन्तु यह अपना राजनीति प्रभाव दिखाकर पैसा वापस करने में टालमटोल करता रहा। कुछ का पैसा इसने वापस भी किया और कुछ लोगों को बैंक का चेक दे दिया।
स्थानीय स्तर पर जब ज्यादा दबाव पड़ने लगा तो आरोपी लल्लन यादव ने कुछ अभ्यर्थियों को फर्जी नियुक्ति पत्र दे दिया। इन सब की जानकारी होने पर अभ्यर्थियों द्वारा भिन्न-भिन्न तिथियों में विभिन्न थानों पर अभियोग पंजीकृत कराया गया।
अभियोगों में से एक केस जनपद मऊ के थाना घोसी पर पिछले दिनों धारा 419/420/467/468/471/406/506 में दर्ज कराया गया। जिसमें तलाश के लिए पुलिस ने दबिश दी लेकिन यह फरार था। मोबाइल का उपयोग भी बंद कर दिया था। इसके बाद इस पर मऊ पुलिस ने 25 हजार का इनाम घोषित किया था।