लखनऊ में प्रदर्शनकारियों ने मधेगंज पुलिस चौकी पर हमला कर दिया. इस दौरान उन्होंने यहां जमकर तोड़फोड़ की और यहां खड़ी कई गाड़ियों में आग लगा दी. इसके बाद पूरे इलाके को पुलिस ने सील कर दिया है.
लखनऊ. नागरिकता संशोधन कानून (CAA) के विरोध में पूरे उत्तर प्रदेश में राजनीतिक और गैर राजनीतिक संगठन सड़कों पर उतर कर विरोध-प्रदर्शन कर रहे हैं. गुरुवार को कई जगह प्रदर्शन के दौरान पथराव और आगजनी की घटनाएं हुईं. राजधानी लखनऊ के खदरा इलाके में पुलिस और लोगों के बीच में जमकर झड़प हुई जो बाद में पथराव में बदल गया. प्रदर्शनकारियों को तितर-बितर करने और हालात पर नियंत्रण करने के लिए पुलिस को लाठीचार्ज और आंसू गैस के गोले दागने पड़े. इस दौरान उग्र प्रदर्शनकारियों ने मधेगंज पुलिस चौकी पर हमला कर दिया. भीड़ ने यहां जमकर तोड़फोड़ की और यहां खड़ी कई गाड़ियों को फूंक डाला. इसके बाद पूरे इलाके को पुलिस ने सील कर दिया है और भारी फोर्स की तैनाती कर दी गई है. लखनऊ के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (एसएसपी) कलानिधि नैथानी ने कहा कि पुलिस ने स्थिति को नियंत्रित कर लिया है. गलियों से जो भीड़ आ रही थी, उन्हें वापस गलियों में खदेड़ दिया है. साथ ही अराजक तत्वों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जा रही है. संभल में पथराव, भीड़ ने रोडवेज बस में लगा दी आग उधर संभल जिले में सदर कोतवाली के चौधरी सराय में सीएए और एनआरसी का विरोध कर रही भीड़ अचानक उग्र हो गई. प्रदर्शनकारियों ने एक रोडवेज बस में आग लगा दी और पुलिस पर जमकर पथराव किया. इस हलमे में कई गाड़ियां क्षतिग्रस्त हो गईं. वहीं मऊ में धारा 144 के बावजूद भी समाजवादी पार्टी कार्यकर्ताओं ने शहर में जुलूस निकाला. सदर चौक पर प्रदर्शन में सैकड़ों की संख्या में लोग शामिल हुए. इस दौरन उग्र प्रदर्शन कारियों ने पुलिस पर पथराव किया. गोंडा में इनकैन चौराहे पर सपा कार्यालय के सामने सीएए के विरोध में प्रदर्शन के दौरान पूर्व मंत्री पंडित सिंह और योगेश सिंह के नेतृव में नारेबाजी की गई. इस दौरान प्रशासन और पुलिस से सपाइयों की धक्का-मुक्की हुई. प्रदर्शन और नारेबाजी के दौरान जमकर हुई नोकझोक देखने को मिली.