गोविंद बल्लभ पंत के पूर्व प्राचार्य शिक्षाविद डा. अरुण कुमार उपाध्याय की पुण्यतिथि पर डेढ़ सौ जरूरतमंद लोगो को वितरित किया गया कंबल
सिकरारा,संकल्प सवेरा (जौनपुर) गोविंद बल्लभ पंत प्रतापगंज के पूर्व प्राचार्य व कई शिक्षण संस्थानों के प्रबंधक शिक्षाविद डा.अरुण कुमार उपाध्याय की पुण्यतिथि शनिवार की देर शाम प्रतापगंज स्थित उनके आवास पर सादगी के साथ मनाया गया। लोगो ने उनके चित्र पर माल्यार्पण व पुष्प अर्पित कर उन्हें श्रद्धांजलि दी।
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि हृदय रोग के बरिष्ठ चिकित्सक डा. वी. एस. उपाध्याय ने कहा कि ब्यक्ति अपने कर्मो से महान बनता है। स्व.अरुण कुमार उपाध्याय ने समाज सेवा करने के साथ क्षेत्र में ज्ञान का उजाला कर गरीबो व असहायों के बच्चो को शिक्षित करने का जो संकल्प लिया था वह लोगो के लिए अनुकरणीय है। उनके पुण्यतिथि पर कड़ाके की ठंड में जरूरतमंद लोगो को कंबल वितरित करने के साथ उनके पुत्रो द्वारा शिक्षा को बढ़ावा दिया जा रहा है यही उनके प्रति सच्ची श्रद्धांजलि है।
पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष राज बहादुर यादव ने कहा कि परोपकार की भावना सदैव मानव के व्यक्तित्व को निखारती है। सेवा से बड़ा धर्म दूसरा नहीं है। बिना स्वार्थ की गयी सेवा से सुखद अनुभूति होती है और आत्म संतुष्टि मिलती है। कहाकि समाज के समग्र विकास के लिए अपना सर्वस्व समर्पण करने वाले शिक्षाविद स्व.उपाध्याय का व्यक्तित्व हम सभी के लिए प्रेरणाप्रद है।
माध्यमिक शिक्षक संघ के जिलाध्यक्ष संतोष कुमार सिंह व अवकाश प्राप्त उप पुलिस अधीक्षक कवींद्र नारायण मिश्र ने कहा कि समाज को विकसित करने में शिक्षा की अहम भूमिका होती है। अशिक्षित समाज को शिक्षित करने का काम स्व. उपाध्याय जी के जीवन को परिलक्षित करता है। उनका समस्त जीवन समाज को जागरूक व शिक्षित करने में बीता।
स्व.उपाध्याय के पुत्रों डा.विनोद कुमार उपाध्याय, डा.विजय कुमार उपाध्याय व किसान इंटर कालेज के प्रबंधक विनय कुमार उपाध्याय ने आभार ज्ञापित कर अतिथियों के हाथों से डेढ़ सौ जरूरतमंद लोगो को कंबल वितरित कराया। अध्यक्षता राष्ट्रपति पुरस्कार से सम्मानित अवकाश प्राप्त शिक्षक लल्लन उपाध्याय व संचालन प्रधानाचार्य व प्राख्यात कवि अशोक मिश्र ने किया।
वक्ताओं में बरिष्ठ कांग्रेसी नेता डा. राकेश मिश्र ‘मंगला’, उपनिबंधक उमाशंकर यादव, घनश्याम उपाध्याय, अनुज विक्रम सिंह ‘ छोटू’, अधिवक्ता सतीश पांडेय, सुनील मिश्र, रायसाहब यादव, पत्रकार शरद सिंह, सुशील सिंह, विनोद सिंह आदि प्रमुख रहे।