80 लोकसभा सीटों पर 20-20 का फॉर्मूला अपनाएगी भाजपा
लखनऊ,संकल्प सवेरा। नई दिल्ली में शनिवार से शुरू हुए दो दिवसीय राष्ट्रीय अधिवेशन के बाद भाजपा लोकसभा चुनाव की तैयारी में युद्ध स्तर पर जुटेगी। अधिवेशन में भाजपा पदाधिकारियों से लोकसभा चुनाव के लिए पार्टी का रोडमैप साझा किया जाएगा। प्रदेश में भाजपा फिलहाल अपने मोर्चों के माध्यम से समाज के विभिन्न वर्गों को साधने में जुटी हुई है।
अधिवेशन के बाद पार्टी की यह गतिविधियां और घनीभूत होंगी जिनके माध्यम से पार्टी अठारहवीं लोकसभा के लिए लिए होने वाले चुनावी महासंग्राम के लिए अपनी तैयारियों को और धारदार बनाएगी। पार्टी हारी हुई लोकसभा सीटों पर इसी माह अपने प्रत्याशी घोषित कर सकती है। अयोध्या में प्राण प्रतिष्ठा समारोह के आयोजन से उत्साहित भाजपा अपने चुनाव अभियान को विकास और विरासत की धुरी पर केंद्रित रखेगी।
लोकसभा चुनाव की रणभेरी बजने से पहले हो रहे राष्ट्रीय अधिवेशन को भाजपा के चुनाव अभियान के उद्घोष का मंच माना जा रहा है। वैसे अपने चुनाव अभियान को रफ्तार देने के लिए भाजपा ने दिसंबर अंत से ही कवायद शुरू कर दी थी। पार्टी ने प्रदेश की 80 लोकसभा सीटों को 20 क्लस्टर में बांटकर संबंधित सीटों के संदर्भ में बैठकें और संगठनात्मक संरचना को मूर्त रूप देना शुरू कर दिया है।
सभी लोकसभा क्षेत्रों में खुल गए चुनाव कार्यालय
सभी लोकसभा क्षेत्रों में चुनाव कार्यालय खुल गए हैं। मोदी सरकार का रिपोर्ट कार्ड लोगों तक पहुंचाने के लिए भाजपा बीती चार फरवरी से गांव चलो अभियान संचालित कर रही है जिसके तहत प्रदेश में 1.72 लाख स्थानों पर सरकार और संगठन के पदाधिकारी, जनप्रतिनिधि 24 घंटे का प्रवास कर रहे हैं।
महिला स्वयं सहायता समूहों और गैर सरकारी संगठनों के माध्यम से आधी आबादी को साधने के लिए भाजपा महिला मोर्चा शक्ति वंदन अभियान संचालित कर रहा है जिसके माध्यम से 1.2 करोड़ महिलाओं तक पहुंचने का लक्ष्य है।
शक्ति वंदन अभियान के तहत भाजपा बीती 15 फरवरी तक प्रदेश के 379 विधानसभा क्षेत्रों में स्वयं सहायता समूहों और एनजीओ से जुड़ीं 1,57,265 महिलाओं को सम्मानित कर चुकी है। साथ ही, स्वयं सहायता समूहों का मार्गदर्शन करने वाली 60,000 महिलाओं (कम्युनिटी रिसोर्स पर्सन) के साथ चाय पर चर्चा कर
युवाओं को साधने के लिए नवमतदाता सम्मेलनों का आयोजन
किसान मोर्चा सूबे की 50,000 ग्राम पंचायतों में गांव परिक्रमा यात्रा संचालित कर रहा है। अनुसूचित जाति मोर्चा मलिन बस्तियों में जनसंपर्क अभियान चला रहा है तो पिछड़ा वर्ग मोर्चा युवा संवाद, पिछड़ी जातियों के सामाजिक सम्मेलनों का आयोजन कर रहा है