त्योहारी सीजन (Festive Season) शुरू होते ही गोल्ड की डिमांड (Gold Demand) में तेज़ी आने लगी है. इसके साथ हो गोल्ड की ठगी (Gold Adulteration)का कारोबार भी शुरू हो गया है. अगर आप भी सोना खरीदने जा रहे हैं तो ये खबर जरूर पढ़ लें, वरना आपके साथ भी की जा सकती है धोखाधड़ी.
त्योहारी सीजन (Festive Season) शुरू होते ही गोल्ड की डिमांड (Gold Demand) में तेज़ी आने लगी है. इसके साथ हो गोल्ड की ठगी (Gold Adulteration) का कारोबार भी शुरू हो गया है. अगर आप भी सोना खरीदने जा रहे हैं तो ये खबर जरूर पढ़ लें, वरना आपके साथ भी की जा सकती है धोखाधड़ी. नवभारत टाइम्स अखबार में छपी खबर के मुताबिक दिल्ली के कुछ जूलर (Gold Jewellery) सोने में एक खास तरह का पाउडर मिलाकर बेच रहे हैं. यह पाउडर सोने में ऐसा मिलता है कि अच्छी-अच्छी कसौटी में भी पता नहीं चल पाता है. सीमेंट जैसा यह पाउडर विदेश से भारत आ रहा है. चांदनी चौक के कूचा महाजनी में द बुलियन एंड जूलर्स एसोसिएशन के प्रेसीडेंट योगेश सिंघल ने माना कि उन्हें भी ऐसी शिकायतें मिल रही हैं.
इस महीने पर ज्वेलरी पर ज्यादा डिस्काउंट पाने और लकी ड्रॉ के झमेले में फंसने से बचें. क्योंकि पहले सिर्फ सोने की चेन में ये मिलावट की जा रही थी. लेकिन अब अन्य ज्वेलरी में भी इसे मिलाया जा रहा है. ज्वेलरी पूरी तरह गलवाने पर ही इस मिलावट का पता चलता है.
हॉलमार्क ज्वेलरी ही खरीदें: हमेशा हॉलमॉर्क वाली ज्वेलरी ही खरीदें. हॉलमार्क लगी ज्वेलरी इस बात की गारंटी है कि ज्वेलरी शुद्ध है क्योंकि यह निशान भारतीय मानक ब्यूरो द्वारा दिया जाता है. अगर हॉलमार्क वाले आभूषण पर 999 लिखा है तो सोना 99.9 फीसदी शुद्ध है. अगर, हॉलमार्क के साथ 916 का अंक लिखा हुआ है तो वह आभूषण 22 कैरेट का है और 91.6 फीसदी शुद्ध है.
>> कीमत को लेकर रहें सावधान: सोने की ज्वेलरी कभी भी 24 कैरेट गोल्ड से नहीं बनती है. यह 22 कैरेट में बनती है और हमेशा 24 कैरेट गोल्ड से सस्ती होती है. इसलिए जब भी सोने की ज्वेलरी खरीदें तो यह ध्यान रखें कि जौहरी आपसे 22 कैरेट के हिसाब से पैसा ले रहा है. जौहरी से सोने की शुद्धता और कीमत को बिल पर जरूर लिखवाएं.
बिल की पक्की पर्ची ही लें: सिक्का या ज्वेलरी खरीदते वक्त कच्ची पर्चियां लेकर कुछ पैसा बचाने का ट्रेंड है. लेकिन यह गलत धारणा है. कई बार वापसी के वक्त ज्वैलर खुद ही अपनी कच्ची पर्ची नहीं पहचानते, इसलिए पक्का बिल जरूर लें.
>> शुद्धता प्रमाणपत्र लेना न भूलें: गोल्ड ज्वेलरी खरीदते वक्त आप सर्टिफिकेट लेना न भूलें. सर्टिफिकेट में गोल्ड की कैरेट क्वॉलिटी भी जरूर चेक कर लें.