पेशे की नैतिकता को आत्मसात करें विधि छात्र: कुलपति
करियर निर्माण हेतु व्यावहारिक प्रशिक्षण जरूरी :आदित्य परोलिया
पीयू में “कॉरपोरेट विधि” पर एक दिवसीय आनलाइन कार्यशाला
जौनपुर,संकल्प सवेरा। वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविद्यालय के दत्तोपंत ठेंगड़ी विधि संस्थान द्वारा “कॉरपोरेट विधि का परिचय: विधि छात्रों के लिए क्षेत्र एवं करियर संभावनाएँ” विषय पर एक दिवसीय ऑनलाइन कार्यशाला का आयोजन शनिवार को किया गया।
कार्यक्रम का उद्घाटन संस्थान के निदेशक डॉ. देवराज सिंह द्वारा प्रतिभागियों के स्वागत एवं विषय प्रवर्तन करते हुए किया गया। उन्होंने कहा कि कॉरपोरेट विधि का ज्ञान विधि छात्रों के लिए अत्यंत आवश्यक है।
मुख्य अतिथि कुलपति प्रो. वंदना सिंह ने कॉरपोरेट विधि की बढ़ती वैश्विक प्रासंगिकता पर प्रकाश डालते हुए विधि छात्रों को व्यावहारिक कौशल, अनुसंधान क्षमता और पेशे की नैतिकता को आत्मसात करने की प्रेरणा दी।
मुख्य वक्ता मुंबई के स्वतंत्र विधि सलाहकार आदित्य परोलिया ने कॉरपोरेट विधि की अवधारणाओं, कंपनी संचालन, निवेश ढांचे एवं विधिक उत्तरदायित्वों पर विस्तृत चर्चा की। उन्होंने विधि छात्रों को इस क्षेत्र में करियर निर्माण हेतु अनुशासन और व्यावहारिक प्रशिक्षण पर विशेष बल देने को कहा।
इस ऑनलाइन कार्यशाला में विश्वविद्यालय एवं उसके अधीनस्थ विधि महाविद्यालयों के छात्र-छात्राओं व प्राध्यापकों ने गूगल मीट के माध्यम से सक्रिय सहभागिता की।
कार्यक्रम में वक्ता का परिचय डॉ. वनीता सिंह ने संचालन प्रगति सिंह ने तथा धन्यवाद ज्ञापन डॉ. प्रियंका सिंह ने किया। तकनीकी सहयोग सूरज सोनकर, जीशान अली एवं डॉ. शुभम सिंह ने प्रदान किया।
कार्यक्रम समन्वयक डॉ. राजन तिवारी ने आयोजन को सफल बनाने हेतु सभी का आभार व्यक्त किया।