संत निरंकारी मिशन द्वारा मानवता को समर्पित अंतरराष्ट्रीय योग दिवस
संकल्प सवेरा जौनपुर, 20 जून 2022, सतगुरु माता सुदीक्षा जी महाराज के पावन आशीर्वाद से इस वर्ष संत निरंकारी मिशन द्वारा अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस का आयोजन 21 जून, 2022 को संपूर्ण भारत वर्ष के विभिन्न क्षेत्रों में स्थानीय योग प्रशिक्षकों के निर्देशन द्वारा अपनी-अपनी शाखाओं में खुले स्थानों एवं पार्कों में आयोजित किया जाएगा, जिसका आरम्भ प्रातः 6:00 बजे से होगा।
यह जानकारी जौनपुर के जोनल इंचार्ज श्री मानिक चंद तिवारी जी ने स्थानीय मीडिया सहायक उदय नारायण जायसवाल को दी उन्होंने आगे बताया कि संत निरंकारी चैरिटेबल फाउंडेशन (संत निरंकारी मिशन की समाजिक शाखा) द्वारा वर्ष 2015 से ही योग दिवस का उत्साह पूर्वक आयोजन किया जाता रहा है इस वर्ष के कार्यक्रम का आयोजन संत निरंकारी मंडल के सचिव आदरणीय श्री जोगिंदर सुखीजा के निर्देशन में संपूर्ण भारत वर्ष में किया जाएगा। जिसमें जौनपुर के (मड़ियाहूं पड़ाव स्थित) संत निरंकारी सत्संग भवन, दुर्गापार (सिकरारा), और पट्टीनरेंद्रपुर में आयोजित किया जाएगा।
आयुष मंत्रालय द्वारा इस वर्ष का विषय – ‘मानवता के लिए योग’ है। स्थिरता और वैश्विक विकास के लिए योग्य समुदायक को सक्रिर और प्रेरित करने के उद्देश्य हेतु इस विषय का चयन किया गया जिसमें भारत के कर्नाटक राज्य के मैसूर शहर को मुख्य कार्यक्रम की मेजबानी करने के लिए चयनित किया गया है।
योग भारत की प्राचीन परंपरा की अमूल्य देन है। यह मन और शरीर की एकता का प्रतीक है । विचार एवं क्रिया-संयम, मनुष्य और प्रकृति के बीच सामंजस्य, स्वास्थ्य और कल्याण हेतु एक समग्र दृष्टिकोण इसके मुख्य आधार है। यह केवल व्यायाम रूप में नहीं अपितु यह सकारात्मक भावाे को जागृत करके तनाव मुक्त जीवन जीने की प्रेरणा देता है। योग द्वारा अपनी जीवनशैली को सहज एवं सक्रिय रूप में स्वस्थ होकर जीया जा सकता है। वर्तमान समय में तनाव मुक्त जीवन जीने हेतु योग की नितांत आवश्यकता है इस संस्कृति को विश्व के लगभग सभी देशों द्वारा अपनाया जा रहा है।
सतगुरु माता सुदीक्षा जी महाराज भी अक्सर अपने विचारों में यही फरमाते हैं कि अध्यात्मिक ज्ञान के साथ-साथ हमें शारीरिक एवं मानसिक रूप में स्वस्थ रहना आवश्यक है। इस योग दिवस का उद्देश्य भी यही है कि सभी मे एकाग्रता और सामुदायिक सामंजस्य की भावना का संचार हो जिससे की जीवन शैली को और बेहतर एवं उत्तम ढंग से जीया जा सके।