पैराशूट से कूदे नेता जी कर रहे जनता की सेवा का वादा
कोरोना काल में कुछ एक को छोड़कर सभी हो गये थे अंडरग्राउंड
जेड हुसैन (बाबू)
जौनपुर। 2022 के चुनावी दंगल में फतह हासिल करने के लिए नेता जी पूरी ताकत झोंक दिये हैं। दिन-रात जनता से जुडऩा और उसके बाद अपने टिकट को लेकर पार्टी के बड़े नेताओं से दुआ-सलाम और नमस्ते करना उनकी डायरी में दर्ज होता है। ज्यों-ज्यों चुनाव की तिथि नजदीक आ रही है जनता और नेता दोनों में ही उत्सुकता बढ़ती जा रही है। अब बात करते हैं ऐसे हवा-हवाई नेताओं की जो सीधे दिल्ली और मुंबई से जौनपुर की धरती पर वाया पैराशूट कूद पड़े। जी हां, आपको ऐसे बहुत से नेता दिख रहे होंगे जिन्हे जनता के दुख-दर्द से कोई सरोकार नहीं रहता लेकिन चुनाव की तारीख आते ही हाथ जोड़े हुए जनता जनार्दन के बीच में आ जाते है और बड़े-बड़े दावे करते हैं।
हाल ही में कई ऐसे नेता दिखे हैं जो पिछले कई सालों से जनपद में नजर नहीं आते थे, चाहे वो कोरोना कॉल का ही समय क्यों न रहा हो। बतातें चलें कि कोरोना की पहली और दूसरी लहर में ज्यादातर नेता अंडग्राउंट हो गये थे। कुछ एक नेता को छोड़कर सभी अपनी-अपनी जान और माल की हिफाजल के लिए घरों में बैठ गये थे। जिले में कुल 9 विधायक और 2 सांसद है। जनता अच्छी तरह से जानती है कि कितने लोगों ने बुरे समय में उनकी मदद की और कंधे से कंधा मिलाकर उनके दुखों को बांटा।
फिलहाल मौजूदा समय में बात की जाये पैराशूट वाले नेता जी कि उनमें सबसे पहले नाम आता है कांग्रेस के नेता और पूर्व सदर विधायक नदीम जावेद की। नदीम जावेद ने अभी हाल ही में चुनाव को देखते हुए जौनपुर में एंट्री मारी है। पूरे साल गायब रहने वाले नेता जी को अब जनता की सेवा का शौक चढ़ गया है। सदर विधानसभा में हर जगह ये चर्चा-ए-आम है कि नेता जी चुनाव के समय ही पैराशूट अपना खोलते हैं और सीधे सदर विधानसभा 366 पर लैंड कर जाते हैं।
सपा नेता जावेद सिद्दीकी भी टिकट पाकर विधायक बनने का सपना देख रहे हैं। वैसे रहते तो ये जौनपुर में ही है लेकिन इन्हे भी पैराशूट वाला नेता कह सकते हैं क्योंकि जनता के सुख-दुख से कोई मतलब रहता नहीं लेकिन विधायक बनना है। ऐसी ही हालत कमोबेश हर विधानसभा की है जहां दिल्ली और मुंंबई के सेठ जनता जनार्दन की सेवा करने के लिए पैराशूट से अपने विधानासभा क्षेत्र की जमीन लैंड कर गये हैं लेकिन ये जनता है नेताजी सब कुछ जानती है।
मछलीशहर विधानसभा से दशरथ कन्नौजिया भी एकबारगी जनता की सेवा करने के लिए मैदान में कूद पड़े हैं और टिकट पाने की लालसा लिये टहल रहे हैं। मडिय़ाहूं विधानसभा, शाहगंज और बदलापुर में भी ऐसे नेता जी है जो हवाई मार्ग से जनता जनार्दन के बीच पहुंचे हैं। फिलहाल चुनावी दंगल में किसके भाग्य में जीत आती है और किसके भाग्य में हार ये तो भविष्य ही तय करेगा।