मिशन शक्ति फेज 3 के अंतर्गत मेगा इवेंट-प्रधान सम्मेलन व नारी अभिप्रेरणा संगोष्ठी का आयोजन किया गया
अगस्त से दिसम्बर तक चलेगा यह कार्यक्रम
लड़कियां कोमल है पर कमजोर नहीं-सुचिष्मीता मौर्य
संकल्प सवेरा मिर्ज़ापुर मंगलवार को प्रोवेशन,मिशन शक्ति फेज 3 के अंतर्गत मेगा इवेंट-प्रधान सम्मेलन व नारी अभिप्रेरणा संगोष्ठी का आयोजन किया गया। यह कार्यक्रम अगस्त से लेकर दिसम्बर तक चलेगा।इसमें ‘बेटी बचाओं बेटी पढ़ाओं’ जागरूकता अभियान के तहत कई जानकारियां भी दी गई।
कार्यक्रम में प्रधानों को गांव में किस प्रकार से लोगों की सेवा करें और किस प्रकार से सरकार की विभिन्न योजनाओं से लाभान्वित करें इसको लेकर महिला ग्राम प्रधानों को तमाम प्रकार की जानकारियां दी गई।महिला ग्राम प्रधान कैसे महिलाओ के उत्थान के लिए कार्य करें की आप उनके उम्मीदों पर खरे उतरे यही नहीं बच्चों और महिलाओं की उत्पीड़न के लिए भी विभिन्न प्रकार की जानकारियां दिया गया।दहेज उत्पीड़ित महिलाओं से लेकर घरेलू हिंसा से पीड़ित मगिलाओं को कैसे न्याय मिले इन सभी के लिए महिला ग्राम प्रधानों की अहम भूमिका होती है।
महिला कल्याण विभाग के द्वारा 18 वर्ष से कम आयु की लड़कियां किसी के बहकावें में आकर घर से भाग जाती है तो ऐसे लड़कियों के लिए सोनभद्र में रहने के लिए आवास बनाये गए है जिसमें सभी प्रकार की सुविधाएं उपलब्ध कराया जाता है। कन्या जन्मोत्सव कार्यक्रम मनाया जा रहा है। स्वावलंबन कैम्प लगाकर लोगों को सरकार की सभी योजनाओं की जानकारी दिया जा रहा है।
जिला प्रोवेशन अधिकारी ने अपने वक्तव्यों में कहा कि महिलाओं को एक ऐसा मंच दिया जा रहा है जिससे वह महिलाएं जो अपना और अपने ग्रामीणों के बातों को दूसरों के समक्ष रख सके इसलिए ऐसे कार्यक्रम का संचालन किया जाता है।
हमारे विभागों का कार्य है कि महिलाओं के जन्म से लेकर मृत्यु तक के उनके अधिकार को दिलाने का कार्य करती है। विन्ध्याचल में वृद्ध महिलाओं के लिए वृद्धाश्रम का संचालन किया जा रहा है।कोरोना काल में भी 18 से 23 वर्ष के बच्चों के लिए जो अपने पढ़ाई के लिए आर्थिक सहयोग किया जा रहा है जिसमें 2500 रुपये भी दिए जा रहे है।जिसकी कोरोना से मृत्यु हो गई उनके बच्चों को आर्थिक सहयोग दे रही है। सुमंगल कन्या योजना के तहत 2500 लड़कियों को चिन्हित कर उन्हें लाभ दिया गया।
कार्यक्रम के दौरान ए डी एम यू पी सिंह ने अपने वक्तव्यों में कहा कि आजका कार्यक्रम महिला कल्याण के लिए है और उनके कल्याणकारी योजनाओं के बारे में जानकारी के लिए है ऐसे में हम अपने बेटियों के पढ़ाने और उनका संरक्षण करना भी बहुत जरूरी है। उन्होंने कहा कि महिला ग्राम प्रधानों के लिए कहा कि वह सरकारी योजनाओं के साथ ग्रामीण बालिकाओं के शिक्षा के लिए विशेष कार्य करें।
एस डी एम ने कहा कि अपने दायित्वों का निर्वहन अच्छी तरह करें।ऐसे कार्यक्रम अच्छे से चलते रहे। वहीं ग्राम प्रधान कोलाही को अपने गांव में शत प्रतिशत वैक्सीन लगवाने के लिए उन्हें सम्मानित किया गया।
अरगी सरपति की ग्राम प्रधान शर्मिला ने अपने गांव की समस्याओं के बारे में बताते बताते वह अपने गांव में तीन चार शराब बनाने के बारे में जिक्र किया।
मझवां विधायिका सुचिष्मीता मौर्य ने महिला ग्राम प्रधानों को संबोधित करते हुए कहा कि अभिप्रेरणा संगोष्ठी के आयोजन में ग्राम प्रधान अपने अपने क्षेत्र की समस्याओं को सभी के समक्ष रखे इएलिये ऐसे कार्यक्रम का आयोजन किया जा रहा है।उन्होंने सरकार की जन कल्याकारी योजनाओं पर प्रकाश डाला।उन्होंने कहा कि महिलाएं इतिहास के पन्नो पर पहले से ही शक्तिशाली थी हम पहले अबला नही थे हम पहले से ही सबल थे लेकिन कुछ कुंठित मानसिकता के लोगों की वजह से आज महिला अबला की स्थिति में पहुंच चुकी है लेकिन अब हमारी सरकार ने महिलाओं की सशक्तिकरण के लिए बहुत कुछ कर रही है।हमें जो दायित्व मिला है हम उन दायित्वों का निर्वहन अच्छी तरह से करें।पहले बेटियां परिवार के लिए बोझ होती थी लेकिन अब हमारी सरकार ने बेटियों के लिए कल्याणकारी योजनाओं को लाकर आज बेटी पूरे परिवार को चला रही है।
उन्होंने कहा कि “बेटियां कोमल है पर कमजोर नहीं।”
डॉ सुधा मिश्रा ने महिला ग्राम प्रधानों को संबोधित करए हुए कहा कि आज मिशन शक्ति के तहत महिलाएं सशक्त हो रही है।डॉ सुधा मिश्रा ने कहा कि आज हमारे देश की 70 प्रतिशत जनता गांव में ही रहते है। ग्रामीण महिलाओं को संबोधन में कहा कि आप अपने साथ साथ अपने आस पड़ोस को भी उत्थान करने के लिए भी विचार करें।समाज मवन आज जो हमारी भूमिका है जो जिम्मेदारी है उस जिम्मेदारी को भी अच्छी प्रकार से निर्वहन करना चाहिए।आज जो आप लोग आगे आये है तो उसमें कहीं न कहीं परिवार का सहयोग रहा है याद रखिये हमारा सहयोग को सम्मान के साथ देखें।
लोगों की कैसे मदद की जाए उसके लिए हमें समाजसेवियों की अनुशरण करना चाहिए।ग्राम प्रधानों की खूब प्रशंसा किया जिन्होंने अपने कम शब्दों में अपनी पूरी बाते कह दी।
कुछ चेहरे युहीं नहीं मुस्कुराया करते
बसन्ती रंग युहीं नही उड़ाया करते
जिम्मेदारी बहुत है, सारा जहां है महकाना, कुछ फूल दुनिया में ऐसे ही नहीं आया करते।यही कहकर कार्यक्रम को समापन किया ।
इस दौरान जिला प्रोवेशन अधिकारी शक्ति त्रिपाठी ने कार्यक्रम में आये हुए सभी अतिथियों और महिला प्रधानों और अधिकारियों का आभार व्यक्त कर कार्यक्रम का समापन किया। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में डॉ सुधा मिश्रा,
विशिष्ट अतिथि में मझवां विधायिका सुचिष्मीता मौर्य,ए डी एम यू पी सिंह, एस डी एम,जिला सूचना अधिकारी डॉ पंकज जी,भाजपा महिला नेता निर्मला राय तथा सैकड़ों महिला ग्राम प्रधान उपस्थित रहीं।