नैक मूल्यांकन का मूल मंत्र: अभी नहीं तो कभी नहीं:
प्रोफेसर मिश्र
संकल्प संकल्प, जलालपुर।कुटीर पीजी कालेज चक्के मे आयोजित दो दिवसीय कार्यशाला के द्वितीय दिवस के प्रथम सत्र में प्रेरक एवं मुख्य वक्ता प्रोफेसर जे.पी.एन. मिश्र कुलसचिव नाईपर हैदराबाद ने कहा की “अभी नहीं तो कभी नहीं” को मूल मंत्र मानकर उच्च शिक्षण संस्थाओं को नैक मूल्यांकन के साथ अन्य केंद्रीय और राज्य स्तरीय मूल्यांकन के लिए सदैव प्रस्तुत रहना होगा।
शासन और सरकार अब अधिक समय देने के लिए तैयार नहीं है। कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे पूर्व कुलपति पूर्वांचल विश्वविद्यालय जौनपुर के एवं पूर्व विभागाध्यक्ष बायोटेक्नोलॉजी प्रोफेसर डी.डी. दुबे ने अपने अध्यक्षीय उद्बोधन में कहा कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के तहत नैक मूल्यांकन होगा जो जिसकी गुणवत्ता पूर्ण उपयोगी शिक्षा को मूल मानकर किया जाएगा
अतः हम सब को इसके लिए तैयार रहना चाहिए। कार्यशाला के मुख्य वक्ता डॉ अरुण कुमार सिंह पूर्व समन्वयक आइक्यूएसी टीडी पीजी कॉलेज जौनपुर ने अपने वक्तव्य में कहा कि एक प्रभावशाली और उत्तरदायी भूमिका का निर्वाह करके प्रबंधन- प्रशासन और शिक्षकों एवं शिक्षणेत्तर कर्मियों में तालमेल बैठाना आइक्यूएसी द्वारा गुणवत्ता की वृद्धि के लिए आवश्यक है।
कार्यशाला का उद्दघाटन वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविद्यालय जौनपुर की कुलपति प्रोफेसर निर्मला एस मौर्य ने तथा अध्यक्षता प्रोफेसर ए. एन. राय पूर्व निदेशक राष्ट्रीय मूल्यांकन परिषद बेंगलुरु ने किया। मुख्य वक्ता प्रोफेसर मानस पाण्डेय प्रोफेसर अजय द्विवेदी प्रोफेसर अविनाश पथेडेकर प्रोफेसर देवराज प्रोफेसर अशोक श्रीवास्तव ने कार्यशाला में आए सभी उपस्थित जन को संबोधित किया।
कार्यशाला में प्रमुख रूप से डॉ रणजीत कुमार पाण्डेय प्राचार्य समोधपुर डॉ प्रवीण सिंह प्राचार्य डोभी डॉ आंजनेय पाण्डेय प्राचार्य मड़ियाहूं डॉ विजेंद्र सिंह प्राचार्य बदलापुर डॉ एस पी सिंह प्राचार्य मिहरावा डॉ राजेश सिंह प्राचार्य जमुहाई प्रोफेसर डॉ कौशलेंद्र विक्रम मिश्र प्राचार्य माल्टारी उपस्थित रहे जौनपुर जनपद और आजमगढ़ जनपद के महाविद्यालयों के आइक्यूएसी समन्वयक और नैक समन्वयक उपस्थित रहे। कार्यशाला में डॉ एसके पाठक डॉ राकेश सिंह डॉ लक्ष्मण सिंह डॉ प्रशांत राय ने अपनी सक्रिय सहभागिता सुनिश्चित की।
कार्यशाला में आगत अतिथियों का स्वागत कुटीर पीजी कॉलेज चक्के के प्रबंधक डॉ अजयेन्द्र कुमार दुबे और धन्यवाद प्रकाश प्राचार्य मेजर डॉ रमेश मणि त्रिपाठी ने किया।
कार्यशाला का आयोजन आइक्यूएसी और नैक समिति के द्वारा संयुक्त रूप से किया गया। कार्यशाला का संचालन श्रीमती पूनम सिंह ने किया।