जयपुर. गुर्जर आरक्षण आंदोलन अपना असर दिखाने लगा है. आंदोलन को लेकर दो गुटों में बंटे गुर्जर समाज के एक गुट ने दिल्ली-मुंबई रेल मार्ग पर कब्जा कर लिया है. प्रदर्शनकारी बयाना के पीलूपुरा में रेलवे ट्रैक पर बैठ गए हैं. ऐसे में इस रूट से ट्रेनों का आवागमन प्रभावित होना शुरू हो गया है. प्रदर्शन के पहले दिन रविवार को ही आंदोलनकारियों ने कुछ पटरियों की फिश प्लेटें उखाड़ दी थीं. उसके बाद उत्तर पश्चिम रेलवे ने इस मार्ग की 7 ट्रेनों का मार्ग बदल (Route change) दिया है. यह बदलाव आंदोलनकारियों के यहां से हटने तक जारी रहेगा. ट्रेनों में बदलाव रविवार से ही लागू कर दिया गया. इससे इस मार्ग पर यात्रा करने वाले यात्रियों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ेगा. की ओर से जारी आदेश के अनुसार, गुर्जर आंदोलन के कारण हिंडौन सिटी-बयाना रेलखंड पर रेल यातायात अवरुद्ध हो गया है. इसके चलते इस मार्ग से गुजरने वाली 7 ट्रेनों का परिवर्तित मार्ग कर दिया गया है. आंदोलन की समाप्ति तक ये ट्रेनें परिवर्तित मार्ग से संचालित होंगी. आंदोलनकारियों ने रेलवे ट्रैक के साथ ही हिंडौन-बयाना मेगा हाईवे को भी जाम कर रखा है.
आंदोलन के कारण इन ट्रेनों का मार्ग परवर्तित किया गया है
1. गाड़ी संख्या 02060 हजरत निजामुद्दीन-कोटा – यह वाया भरतपुर-बांदीकुई-जयपुर-सवाई माधोपुर चलेगी.
2. गाड़ी संख्या 09039 बांद्रा टर्मिनस-मुजफ्फरपुर- वाया सवाई माधोपुर- जयपुर- बांदीकुई -भरतपुर- आगरा फोर्ट चलेगी.
3. गाड़ी संख्या 02401 कोटा-देहरादून – यह वाया सवाई माधोपुर- जयपुर- दिल्ली चलेगी.
4. गाड़ी संख्या 02415 इंदौर-हजरत निजामुद्दीन- यह वाया सवाई माधोपुर- जयपुर- दिल्ली चलेगी.
5. गाड़ी संख्या 02416 हजरत निजामुद्दीन-इंदौर वाया दिल्ली- जयपुर और सवाई माधोपुर चलेगी.
6. गाड़ी संख्या 02963 हजरत निजामुद्दीन-उदयपुर यह वाया दिल्ली- जयपुर- अजमेर-चंदेरिया चलेगी.
7. गाड़ी संख्या 02963उदयपुर- हजरत निजामुद्दीन- यह वाया चंदेरिया- अजमेर-जयपुर-दिल्ली चलेगी.
गुर्जर समाज का एक धड़ा आंदोलन कर रहा है
उल्लेखनीय है कि आरक्षण से जुड़ी लंबित मांगों को लेकर गुर्जर समाज का एक धड़ा आंदोलन कर रहा है, जबकि दूसरा गुट सरकार से हुई वार्ता के बाद संतुष्ट नजर आ रहा है. गुर्जर आरक्षण संघर्ष समिति के संयोजक कर्नल किरोड़ी सिंह बैंसला गुट ने आंदोलन का आगाज किया है. इस धड़े से बातचीत करने के लिये रविवार को खेल मंत्री अशोक चांदना वहां गये थे, लेकिन वार्ता नहीं हो पाई. यहां बैंसला के पुत्र विजय सिंह बैंसला के नेतृत्व में गुर्जर समाज आंदोलन कर रहा है.