यूपी में सबसे बड़ी आपराधिक वारदात हुई है. पुलिस और बदमाशों के बीच हुए एनकाउंटर में आठ पुलिसकर्मी शहीद हो गए हैं. चार पुलिसकर्मी गंभीर रूप से जख्मी हुए हैं. अपराधी की गिरफ्तारी के लिए एसटीएफ को तैनात कर दिया गया है.
नई दिल्ली: कानपुर में लोकल बदमाशों और पुलिस के बीच हुए एनकाउंटर में 1 DSP,1 इंस्पेक्टर समेत 8 पुलिसवाले शहीद हो गए हैं. जबकि 4 गंभीर रूप से घायल हैं. घायल पुलिसकर्मियों में से एक की हालत बेदह गंभीर बनी हुई है, उनके पेट में गोली लगी है. ये मुठभेड़ कानपुर के शिवराजपुर इलाके में रात 1 बजे हुई. कानपुर में एनकाउंटर वाली जगह से कुछ दूर एक और एनकाउंटर हुआ है जहां पुलिस ने तीन अपराधियों को मार गिराया है. पुलिस सूत्रों का कहना है कि ये तीनों वही अपराधी हैं जो विकास दुबे के साथ थे.
जानकारी के मुताबिक पुलिस विकास दुबे नाम के अपराधी को पकड़ने गई थी. बदमाशों ने घर की छत से घात लगाकर पुलिस टीम पर हमला किया. सीएम योगी आदित्यनाथ ने इस मामले में सख्त कार्रवाई के निर्देश दिए हैं. सभी बॉर्डर को सील कर दिया गया है.
लखनऊ के आला अफसर कानपुर के लिए रवाना हो गए हैं. कहा जा रहा है कि जैसे ही पुलिस की टीम दबिश डालने गांव में पहुंची विकास दुबे नाम के अपराधी ने पहले जेसीबी से उनका रास्ता रोका और फिर अपने साथियों के साथ ताबड़तोड़ फायरिंग कर दी.
विकास दुबे की लोकेशन पता लगाने के लिए इलेक्ट्रॉनिक सर्विलांस किया जा रहा है. पुलिस की टीमें लगातार जगह-जगह दबिश दे रही हैं.
यूपी के डीजीपी एच सी अवस्थी ने कहा कि बदमाशों को पुलिस के आने की भनक कैसे लगी इसकी जांच की जाएगी. राहुल तिवारी नाम के एक शख्स ने विकास दुबे पर हत्या का केस दर्ज कराया था, जिसके बाद पुलिस की टीम विकास दुबे के गांव पहुंची थी. फिलहाल विकास दुबे की गिरफ्तारी की कोशिशें तेज कर दी गई है.
25000 के इनामी विकास दुबे पूर्व प्रधान व जिला पंचायत सदस्य भी रह चुका है. इसके खिलाफ 60 में से करीब 53 हत्या के प्रयास के मुकदमे चल रहे हैं.
बिठूर एसओ कौशलेंद्र प्रताप सिंह ने बताया कि विकास और उसके 8, 10 साथियों ने पुलिस पर ताबड़तोड़ फायरिंग शुरू कर दी. घर के अंदर और छतों से गोलियां चलाई गईं.