वरिष्ठ अधिवक्ता की पुत्रवधू ने किया यह नेककार्य
जौनपुर।
मिलेगी परिंदों को मंजिल
ये उनके पर बोलते हैं,
रहते हैं कुछ लोग खामोश
लेकिन उनके हुनर बोलते हैं।
जी हां या लाइन से एक दम सटीक बैठती है आज कोरोना जैसे वायरस की महामारी में लाकडाउन का दंश झेल रहे लोगों के सहयोग के लिए आगे आये अनजान और सामान्य लोगो के लिए।
लॉक डाउन होने से पूरे जिले में जहां समाजसेवियों सरकारी संसाधनों और अनेक साधन संपन्न लोगों द्वारा पका भोजन से लेकर अनाज और राशन लोगों के बीच बाटे जा रहे हैं वहीं घरेलू कामकाज और परिवार की जिम्मेदारी को निभाते हुए एक बहू ने अपने गुल्लक में जमा रकम से गरीबों वंचितों के लिए राशन वितरण कर मिसाल कायम की है।
जिले की फौजदारी के प्रसिद्ध अधिवक्ता पंडित मिन्नालाल तिवारी की पुत्रबधू और युवा अधिवक्ता राहुल तिवारी की पत्नी श्रीमती रानी तिवारी ने यह सराहनीय कार्य किया। उनकी यह पहल घरेलू महिलाओं के लिए प्रेरणा दे रहा है। रानी तिवारी ने यह महसूस किया कि लाकडाउन के चलते रोजमर्रा के सामानों की सामान्य दिनों के मुकाबले अब जब अपने ही घर मे किल्लत हो रही है तो उन गरीबों का क्या हाल होगा जो हर रोज कमाते है और खाते हैं। दिहाड़ी मजदूर और गरीबों के इस दर्द को उन्होंने आत्मसात किया। संकल्प लिया कि इस वर्ग के लिए कुछ न कुछ अच्छा करना है।जब उन्होंने अपने परिवार में अपनी इस पीड़ा को शेयर किया तो उनके कुछ करने के हौसले को परिवार के सदस्यों ने भी बुलंद किया।
उन्होंने इसके लिए राशन और रोजमर्रा के जरूरी सामानों का एक पैकेट बनाने को सोचा। जिसमे 4 किलो आटा,2 किलो चावल, एक किलो दाल और एक किलो चीनी के साथ चाय की पत्ती मसाला बिस्किट रिफाइंड तेल और सब्जियों में आलू टमाटर प्याज को शामिल किया। इन सब के लिए जो भी धन खर्च हुआ वह उन्होंने किसी से भी सहयोग न लेने के संकल्प के साथ अपने बचत के लिए रखे गुल्लक का सहारा लिया। गुल्लक में इतनी धनराशि थी कि वह इतने सामानों का पूरा 50 पैकेट बना लिया। उन पैकेटों को एक मजबूत झोला में रख कर बांटने के लिए तैयार कर दिया।
जब इसे बांटने की बात आई तो पहले प्रशासन से सम्पर्क साधा गया तो प्रशासन से आदेश हुआ कि आप उसे पुलिस लाइन में दे सकती हैं। उन्हें लगा कि प्रशासन कहां और कब बाटेगा यह निश्चित नही है। उसमें रखी सब्जियां खराब हो सकती है। उन्होंने ने तुरंत चौकियां गाँव के प्रधान राधारमण तिवारी से संपर्क किया। उन्होंने बताया कि चौकियां धाम में बहुत परिवार है जिनकी जीविका यहाँ के मंदिर में आने वाले दर्शनार्थियों से ही चलती है। लॉक डाउन के चलते मंदिर बन्द है जिसके चलते वह कोई भी कमाई नही कर पा रहे है। उनके और उनके परिवार के समक्ष खाने का संकट आ गया है।
इस पर रानी और उनके परिवार के लोगो ने पूरे पैकेट को चौकियां धाम के रहने वाले गरीब वंचितों को यह राशन बाटने का निर्णय लिया। रविवार को सुबह रानी के भतीजे विश्वेश तिवारी वीसी ने राशन के पैकेट को चौकियां धाम में प्रधान राधारमण तिवारी के साथ वितरित कर दिया।
रानी तिवारी ने इस बाबत कहा कि उन्होंने यह कार्य आत्मप्रेरणा से किया है। उनकी यह बचत गरीब परिवार के काम आयी इससे वह बेहद प्रसन्न है। उन्होंने जिले की तमाम गृहस्थी में लीन महिलाओं से अपील किया कि वो अपने सक्षमता के अनुसार आज इस विपदा में गरीब और वंचित समुदाय के लिए आगे आएं।