रेल कौशल विकास योजना से जुड़कर युवा होंगे लाभन्वित-
संकल्प सवेरा,जौनपुर।“रेल कौशल विकास योजना” की पहल “प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना” के अंतर्गत की गई है। युवाओं को कुशल बनाना, देश को है आगे बढ़ाना – इसका मुख्य ध्येय है। इस कौशल प्रमाणन योजना का उद्देश्य बड़ी संख्या में भारतीय युवाओं को उद्योग आधारित कौशल प्रशिक्षण देकर बेहतर आजीविका अर्जित करने में सक्षम बनाना है। इस कार्यक्रम से युवाओं का कौशल बढ़ेगा और आत्म निर्भर भारत की नींव मजबूत होगी।
युवाओं के लिए यह एक अनूठा अवसर है, इससे वे अपनी स्कूल की शिक्षा पूरी कर निःशुल्क कौशल विकास प्रशिक्षण के माध्यम से उद्योगों में रोजगार के बेहतर अवसर पाने में सक्षम होंगे, और राष्ट्र निर्माण की प्रक्रिया में भागीदार बनेंगे। मै सभी युवाओं से इस अवसर का लाभ उठाने के लिए आग्रह करता हूँ।
उक्त बातें कौशल विकास मिशन जौनपुर के जिला समन्वयक राजीव कुमार सिंह ने एक प्रेस विज्ञप्ति के माध्यम से बतायीं।उन्होंने आगे बताया कि
बनारस रेल इंजन कारख़ाना का प्राविधिक प्रशिक्षण केंद्र यह सुनिश्चित करेगा कि “रेल कौशल विकास योजना” के अंतर्गत प्रतिभागियों को सक्षम बनाने में सभी प्रकार की सुविधा प्रदान की जाय।
रेल कौशल विकास योजना (आरकेवीवाई) अगले तीन वर्षों में 50,000 युवाओं को वेल्डिंग, मशीनिस्ट, इलेक्ट्रीशियन, फिटर आदि जैसे तकनीकी ट्रेडों में प्रशिक्षित करने के लिए रेल मंत्रालय की प्रमुख योजना है। यह योजना प्रधानमंत्री कौशल विकास मिशन के तत्वावधान में शुरू की गई है। कौशल विकास योजना, कौशल विकास और उद्यमिता मंत्रालय के तहत एक योजना। आरकेवीवाई के तहत युवाओं को स्किल सर्टिफिकेशन के साथ तकनीकी कौशल में 100 घंटे का प्रशिक्षण मिलेगा।
यह कौशल-प्रशिक्षण भारतीय रेलवे के विभिन्न प्रशिक्षण संस्थानों के माध्यम से दिया जाएगा। इस योजना का उद्देश्य भारतीय युवाओं को उद्योग से संबंधित कौशल का उन्नयन और प्रदान करना और उन्हें बेहतर आजीविका हासिल करने में मदद करना है।योजना से जुड़ने के लिए हाईस्कूल उत्तीर्ण 18 से 35 वर्ष तक के युवा railkvy.in पर जाकर 31 अगस्त 2021 तक आवेदन कर सकते हैं।