योग शिक्षक प्रशिक्षण शिविर का समापन
लोहिया पार्क में 60 दिनों तक चला योग शिविर
नगर पालिका अध्यक्ष प्रतिनिधि डॉ रामसूरत मौर्य रहे आजके मुख्य अतिथि
हवन-यज्ञ के साथ संपन्न हुआ योग शिक्षक प्रशिक्षण शिविर
100 से अधिक साधक हुए योग में पारंगत
जनपद में प्रशिक्षण प्राप्त साधक योग गुरु बाबा रामदेव द्वारा किए जायेंगे योग में दीक्षित
योग गुरु बाबा रामदेव के दिशा निर्देशन में लोहिया पार्क में चल रहे योग शिक्षक प्रशिक्षण शिविर का समापन 60वें दिन हवन-यज्ञ करके किया गया।नगर पालिका अध्यक्ष के प्रतिनिधि डॉ रामसूरत मौर्य समापन समारोह के मुख्य अतिथि रहे। पतंजलि योग समिति उत्तर प्रदेश के सह राज्य प्रभारी अचल हरीमूर्ति के दिशा निर्देशन में एक दर्जन से अधिक पारंगत योग शिक्षकों के द्वारा लगभग 100 से अधिक साधकों को 60 दिनों तक योग शिक्षक का प्रशिक्षण दिया गया। जनपद में प्रशिक्षण प्राप्त योग शिक्षकों को पतंजलि योगपीठ हरिद्वार में 5 नवंबर से 9 नवंबर तक एडवांस योग शिक्षक का प्रशिक्षण देकर दीक्षित करते हुए उन्हें योग शिक्षक का प्रमाणपत्र देंगे जिससे की हर योग शिक्षक कैरियर के रूप में योग को अपनी जीवन शैली का हिस्सा बना सके। योग शिक्षक प्रशिक्षण शिविर के संयोजक राजन सिंह द्वारा बताया गया की इस प्रशिक्षण में योग के मौलिक सिद्धांतों के साथ योग के क्रियात्मक और सैद्धांतिक पक्षों में सामंजस्य स्थापित करते हुए सभी साधकों को एक ऐसा एडवांस योग का प्रशिक्षण दिया गया है जिसके माध्यम से वह व्यक्ति स्वयं को स्वस्थ रखते हुए पूरे समाज को स्वस्थ रखनें में अपनी एक महति भूमिकाओं को निभा सकता है। श्री हरीमूर्ति के द्वारा रोगानुसार और अवस्था के अनुसार सैकड़ों प्रकार के आसनों के साथ दर्जनों प्रकार प्राणायामों व व्यायामों के साथ ध्यान की विशेष गतिविधियों में साधकों को पारंगत किया गया।आहार चिकित्सा,यज्ञ चिकित्सा, प्राकृतिक चिकित्सा, एक्यूप्रेशर, एक्यूपंक्चर, पंचकर्म, षट्कर्म चिकित्सा पद्धतियों में विषय विशेषज्ञों के द्वारा साधकों को पारंगत किया गया। मुख्य अतिथि डॉ रामसूरत मौर्य के द्वारा बताया गया की बढ़ती हुई बिमारियों में हमारी प्राचीनतम चिकित्सा पद्धति योग एक वरदान के रूप में साबित हो रही है इसलिए हर व्यक्ति को नियमित और निरन्तर योग को अपनी जीवन शैली का एक महत्वपूर्ण हिस्सा अवश्य बनाना चाहिए। सैकड़ों की संख्या में प्रशिक्षण प्राप्त योग साधकों के द्वारा एक महाअभियान के तहत जन जन को कपालभाति, अनुलोम-विलोम, भ्रामरी और उद्गगीथ प्राणायामों को सीखाकर लीवर,कीडनी, हृदय, अनिद्रा, आर्थराइटिस, कोलेस्ट्रॉल, मोटापा, मधुमेह, तंत्रिका तंत्र के साथ अनगिनत मानसिक समस्याओं से लोगों को मुक्त किया जायेगा। इस मौके पर कार्यक्रम के संयोजक राजन सिंह, शंभुनाथ, शशिभूषण, रामकुमार, सिकन्दर,हरीनाथ, सुशील ,गुरुनाथ,अर्जुन, इंद्रभान, राजकुमार, जगदीश,अरविन्द, विरेन्द्र, त्रियंबकम, क्षमा, क्षिप्रा, विकास, अंकित, दीपक, अनिल और उत्तम सहित सैकड़ों साधकों की उपस्थिति रही।