भारत में किसानो कि बढ़ती दुर्दशा का जिम्मेदार कौन है ।
जय प्रकाश मिश्रा
संकल्प सवेरा,जौनपुर। आजकल भारत में दुर्दशा बढ़ती जा रही है भारत एक कृषि प्रधान देश है भारत में किसान को अन्न दांता भी कहा जाता है लेकिन जो किसान दिन रात मेहनत करके सभी के लिए अनाज प्रदान करता है आजकल किसान इतनी दैनिय स्थिति में है कुछ कहा नहीं जा सकता बिजली के बिल इतने बढ़ गए हैं डीजल और पेट्रोल के दाम आसमान छू रहे हैं
वहीं यूरिया डाई अन्य खाद्य पदार्थों के दामों में इतनी वृद्धि हो गई है हर किसान मजबूर हो गया है खेती करना अब संभव नहीं है कुछ फसल बारिश में बरसात में नष्ट हो जाती है कुछ छुटे हुए पशुओं से जो फसल खा जाते हैं जिससे नुकसान होने के बाद किसान के हाथ कुछ नहीं लगता किसान बैंक से लोन कर्ज लेकर फसल कि बुआई जुताई और खाद सोड़ा में खर्च कर देते हैं
इतना परिश्रम करने के बाद भी फसल बर्बाद हो जाती है सरकार भी किसानों के फसल के दाम नहीं बढ़ा रही है यही है मुख्य कारण किसान के मजबुरी बढ़े हुए बिजली का बिल,बैक से लोन,फसल न होने के कारण या फसल बर्बाद हो जाने पर अंत में किसान इतना मजबूर हो जाता है
कि वह अपनी आत्महत्या कर लेने पर मजबूर हो जाता है ऐसे में सरकार को किसानों के बैंक से लोन का कर्ज माफ कर देना चाहिए ,
बिजली का बिल में भी छुट हो बढ़े हुए डीजल और पेट्रोल, खाद पदार्थ में भी कुछ रूपए दाम में कटौती करें जिससे किसानों को कुछ राहत मिल सके।