जलालपुर—प्रतिभा किसी मुकाम पर जाकर ठहरती नही है।वह उस मुकाम को नयी ऊंचाई छूने का रास्ता बनाती है।और एक दिन अपनी मंजिल पाकर रहती है।लेकिन नयी ऊंचाई को छूने और अपनी मंजिल को पाने के लिए अपने अन्दर छुपी प्रतिभा को पहचानना जरूरी है।ऐसे ही वाराणसी सनबीम भगवानपुर शाखा की कक्षा 7वीं की छात्रा व 11वर्षीय बाल गायिका विदुषी वर्मा ने भी अपने अन्दर छुपी प्रतिभा को पहचाना और अपनी मंजिल को पाने के लिए निकल पड़ी है।जलालपुर क्षेत्र के त्रिलोचन महादेव बाजार में रहने वाली विदुषी ने चार वर्ष की उम्र से अपने गायन की शुरूआत की।इस समय वह सुचरिता गुप्ता के सानिध्य में संगीत साधना कर रही है।विदुषी वाराणसी के सुर गंगा महोत्सव,सुबह-ए-बनारस कार्यक्रम समेत अनेक बड़े मंचो पर अपनी सुंदर आवाज से लोगों को मंत्रमुग्ध कर चुकी है।विदुषी पराड़कर भवन में देव मानव सेवा व काशी राजघराने की राजकुमारी कृष्णप्रिया द्घारा काशी गौरव रत्न के साथ ही काशी प्रतिभा सम्मान से भी सम्मानित हो चुकी है।इसके अलावा जी टीवी के सा रे गा मा प लिटिल चैम्प और सोनी चैनल के सिंगर सुपर स्टार के मेगाआॅडिशन दिल्ली तक जा चुकी है।यही नही विदुषी द्घारा गाये संग्रह ‘राम नाम का अमृत पी लें,हे गणेश देवा,गंगा बहती जाय सबसे कहती जाये व जय-जय यशोदा के लाला’ भी काफी लोकप्रिय हो रहे हैं।