संकल्प सवेरा जौनपुर “सड़क सुरक्षा के प्रति जागरूक होने का मतलब है कि आप अपने जीवन की सुरक्षा के प्रति सजग हैं और अपनी जान की परवाह करते हैं, वहीं जो लोग सड़क सुरक्षा को महत्व नहीं देते, ऐसे लोग अपनी जान से हाथ गवां बैठते हैं। कई बार उनकी लापरवाही की वजह से अन्य लोगों को भी इसका गंभीर नुकसान भुगतना पड़ता है।” उक्त उद्गार तिलकधारी स्नातकोत्तर महाविद्यालय में आयोजित सड़क सुरक्षा जागरूकता अभियान के अंतर्गत आयोजित जनपद स्तरीय गोष्ठी में क्षेत्रीय परिवहन निरीक्षक अशोक कुमार श्रीवास्तव ने व्यक्त किए। उन्होंने कहा कि समय पर घर से निकलें और कार ड्राइविंग के समय सीट बेल्ट का इस्तेमाल जरूर करें, दो पहिया वाहन चालक हेलमेट पहनना बिल्कुल भी न भूलें।

कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए कालेज के प्राचार्य प्रोफेसर आलोक कुमार सिंह ने कहा कि जब हम सभी लोग मिलकर सख्ती से यातायात नियमों के पालन का संकल्प लेंगे, तभी लगातार बढ़ रहे सड़क हादसों पर लगाम लगाई जा सकेगी।सड़क सुरक्षा का मुद्दा आज एक गंभीर मुद्दा बन चुका है। आज कोई भी दिन ऐसा नहीं जाता, जब भीषण सड़क हादसे से मौत और पीड़ित व्यक्ति की खबर न्यूज चैनलों अथवा अखबार में नहीं दिखाई दे। यातायात के समय अपनी और दूसरों की सुरक्षा पर विशेष ध्यान देना चाहिए। यातायात निरीक्षक जीडी शुक्ला सड़क सुरक्षा के लिए कहा कि ओवरटेक नहीं करें और न हीं स्पीड से वाहन चलाएं।ड्राइविंग के समय फोन पर बात न करें।
कर्नल प्रो. रजनीश सिंह ने कहा कि शराब के नशे में ड्राइविंग नहीं करें।
राष्ट्रीय सेवा योजना के वरिष्ठ कार्यक्रम अधिकारी प्रोफेसर मनोज सिंह ने कहा कि वन वे में कभी भी रिवर्स में अथवा गलत दिशा में गाड़ी चलाने से बचें। ट्रैफिक नियमों को ध्यान में रखकर वाहन चलाएं।
एनसीसी अधिकारी डॉक्टर जितेश सिंह ने कहा कि गाड़ी की गति निर्धारित सीमा तक ही रखें। खासतौर से स्कूल, हॉस्पिटल, कॉलोनी आदि क्षेत्रों में गाड़ी चलाते समय विशेष आवश्यकता की जरूरत होती है। सभी वाहनों को दूसरे वाहनों से निश्चित दूरी बनाकर रखनी चाहिये।
कार्यक्रम में हेड कांस्टेबल आजम सोहेल,सुरेंद्र तिवारी, हरेंद्र सिंह ने भी अपने विचार व्यक्त किए। कार्यक्रम में महाविद्यालय के एनसीसी और एनएसएस के विद्यार्थियों ने प्रतिभाग किया। तत्पश्चात यातायात जागरूकता रैली का आयोजन किया गया।












