जम्मू,संकल्प सवेरा। वह घड़ी आ गई, जिसका भगवान वेंकटेश्वर के सभी श्रद्धालुओं को बेसब्री से इंतजार था। रविवार को जम्मू के सिदड़ा क्षेत्र के मजीन गांव में भगवान वेंकटेश्वर के मंदिर की स्थापना के लिए भूमि पूजन और शिलान्यास किया जाएगा। जम्मू जिला प्रशासन ने इसको लेकर सभी तैयारियां पूरी कर ली हैं।
इस मौके पर केंद्रीय गृह राज्यमंत्री जी किशन रेड्डी, प्रधानमंत्री कार्यालय में राज्यमंत्री डा. जितेंद्र सिंह, उपराज्यपाल मनोज सिन्हा और तिरुमला तिरुपति देवस्थानम (टीटीडी) बोर्ड के अध्यक्ष वाईवी सुब्बा रेड्डी भी मौजूद रहेंगे।
टीटीडी बोर्ड के अध्यक्ष वाईवी सुब्बा रेड्डी ने जम्मू में भगवान वेंकटेश्वर के मंदिर की स्थापना के लिए भूमि पूजन से एक दिन पूर्व शनिवार को वैष्णो देवी की यात्रा कर मां का आशीर्वाद प्राप्त किया। उनके साथ टीटीडी बोर्ड के कार्यकारी अधिकारी जवाहर रेड्डी भी थे।
उल्लेखनीय है कि प्रदेश सरकार ने शरदकालीन राजधानी जम्मू से करीब 10 किलोमीटर दूर स्थित मजीन गांव में भगवान वेंकटेश्वर के मंदिर के निर्माण के लिए पहली अप्रैल को 25 हेक्टेयर (करीब 62 एकड़ अर्थात ढाई लाख वर्ग मीटर) जमीन अलाट की थी। यह भूमि 40 साल की लीज पर दी गई है। इस भूमि पर तिरुमाला तिरुपति देवस्थानम मंदिर, वेद पाठशाला, अध्यात्म केंद्र, आवासीय सुविधा और पाॄकग का निर्माण करेगा। आने वाले दिनों में इस भूमि पर स्वास्थ्य और शिक्षा सुविधाएं भी बनाने का प्रस्ताव है। टीटीडी वैदिक स्कूल और अस्तपाल के साथ दो वर्षों में मंदिर निर्माण करेगा।
वहीं, माता वैष्णो देवी की यात्रा के दौरान वाईवी सुब्बा रेेड्डी ने श्री माता वैष्णो देवी श्राईण बोर्ड के सीईओ रमेश कुमार व अन्य पदाधिकारियों से जम्मू कश्मीर में धाॢमक पर्यटन व बोर्ड की गतिविधियों पर चर्चा की।
इस बीच, संबंधित अधिकारियों ने बताया कि मजीन गांव में भगवान वेंकटेश्वर के मंदिर निर्माण के लिए भूमि पूजन से जुड़ी सभी तैयारियां पूरी की जा चुकी हैं। पुलिस व सुरक्षाबलों ने मंदिर के लिए चिन्हित क्षेत्र को अपने कार्याधिकार क्षेत्र में ले लिया है। केंद्रीय गृह राज्यमंत्री जी किशन रेड्डी भूमि पूजन में शामिल होने के लिए रविवार को ही दिल्ली से जम्मू पहुंचेंगे।
संबंधित अधिकारियों के मुताबिक, भगवान वेंकटेश्वर के प्रस्तावित मंदिर के लिए भूमि पूजन में भाग लेने के बाद केंद्रीय गृह राज्यमंत्री और उपराज्यपाल मनोज सिन्हा एक उच्चस्तरीय बैठक में जम्मू कश्मीर के समग्र सुरक्षा परिदृश्य का भी जायजा लेंगे। इसमें पुलिस, केंद्रीय अद्र्धसैनिकबल, केंद्रीय खुफिया एजेंसी और प्रदेश प्रशासन के वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारी भी मौजूद रहेंगे।