औषधि निरीक्षक की सख्ती से नशे के सौदागरों की कसी गई नकेल

जौनपुर में कोडिएनयुक्त कफ सिरप का व्यापार हुआ ध्वस्तनकली दवा माफियाओं पर और कसा शिकंजा,
जप्त हो सकती हैं संपत्तियां
जौनपुर,संकल्प सवेरा। मुख्यमंत्री उत्तर प्रदेश शासन के कड़े निर्देश पर जौनपुर के औषधि निरीक्षक रजत कुमार पांडेय की टीम ने नशे के सौदागरों के खिलाफ बहुत सख्त कार्रवाई शुरू कर दिया है।
जनपद के तेज तर्रार औषधि निरीक्षक रजत कुमार पांडेय ने जौनपुर में जुलाई महीने में कार्यभार ग्रहण किया है। पदभार ग्रहण करने के दौरान उन्होंने पत्रकारों के एक सवाल के जवाब में बताया था कि मेरा काम सिर्फ़ नकली, ऑक्सीटोसिन और एनआरएक्स औषधियों की बिक्री पर रोक लगाना प्रथमिकता है।
इसमें जो भी दोषी पाये गए उन पर कठोर कार्यवाही किये जाने के बात को आज सार्थक कर दिया है।
बताते चलें कि शासन के विशेष निर्देश पर प्रदेश स्तर पर चलाए गए विशेष अभियान के तहत पिछले 15 दिनों में चली इस सघन जांच पड़ताल के बाद नशे के कारोबार से जुड़े 14 दवा कारोबारियों के खिलाफ नगर कोतवाली में गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज कराया गया है । इसके अलावा आधा दर्जन ऐसे भी दवा माफिया चिन्हित किए गए हैं जिन्होंने बिना कागज प्रपत्र के ही करोड़ों रुपए की प्रतिबंधित दवाओं की खरीद फरोख्त करके मार्केट में खपा दिया।
इन दवा कारोबारियो के खिलाफ गैंगस्टर और राष्ट्रीय सुरक्षा कानून की धारा के तहत मुकदमा पंजीकृत किया जाएगा । इस संबंध में नाम न छापने की शर्त पर पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि शासन का निर्देश मिलते ही उनकी संपत्तियों की भी जांच कराई जाएगी।
इस संबंध में जिला औषधि निरीक्षक रजत कुमार पांडेय ने बातचीत के दौरान बताया कि मुख्यमंत्री का विशेष निर्देश है कि ड्रग्स के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई होनी चाहिए । इसके लिए पुरे जिले में बड़े पैमाने पर अभियान चलाया गया । शीघ्र ही कुछ और लोगों को भी इस मामले में चिन्हित किया जाएगा।
फिलहाल जिले के इतिहास में 15 दिनों की जांच के दौरान 14 दवा कारोबारी के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया जाना अपने आप में एक बड़ा इतिहास बन गया है।
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पुलिस के शिकंजे में होंगे कुछ और माफिया
जौनपुर।
जिला औषधि निरीक्षक रजत कुमार पांडेय ने बताया कि अभी तक की जांच में चार और फॉर्मों के नाम कोडिएनयुक्त कफ सिरप की बिक्री में आए हुए हैं। जिनकी जांच बेहद ही गोपनीय तरीके से विशेष टीम के माध्यम से कराई जा रही है । वैसे चर्चा तो यह भी है कि
एफआईआर दर्ज होने वाली सभी फॉर्मों की विशेष जांच तेज हो गई है । इस कारोबार से जुड़े कुछ चिन्हित लोगों की बहुत जल्द ही गिरफ़्तारी की जाएगी।











