संकल्प सवेरा मिर्जापुर जिले के चूना दरी जलप्रपात में तीन सैलानियों की रविवार को नहाने के दौरान कुंड में डूबने से मौत हो गई। सूचना मिलते ही पुलिस ने चुनार से गोताखोरों बुलाकर उनकी तलाश कराई। काफी मशक्कत के बाद देर शाम को तीनों युवक के शव मिले। इनमें से दो वाराणसी के रहने वाले हैं। जानकारी पर रोते-बिलखते परिजन भी वहां पहुंचे।लखनिया दरी जलप्रपात में पानी कम होने के चलते ज्यादातर सैलानी चूना दरी की ओर रुख करते हैं।
रविवार को इस जलप्रपात परिसर में झरने का लुत्फ लेने के लिए भारी भीड़ थी। लखनिया दरी पर्यटन स्थल पर पिकनिक मनाने वाराणसी के चितईपुर थाना क्षेत्र के सुसुवाही निवासी संदीप खरवार (26) पुत्र जितेंद्र खरवार अपने छह अन्य दोस्तों के साथ पहुंचे थे। पानी कम होने के चलते सभी चूना दरी चले गए। जहां ऊंचाई से गिर रहे झरने के पानी में नहाते समय फिसल कर संदीप खरवार कुंड की तलहटी में जाने से डूबने लगे। उन्हें डूबते देख छोटे भाई शुभम ने बचाने का प्रयास किया, लेकिन असफल रहा। हादसे के बाद पुलिस को सूचना दी गई।
तभी अन्य सैलानियों ने बताया कि वाराणसी के लंका थाने के मारुति नगर निवासी सौरभ उर्फ प्रिंस (23) पुत्र प्रमोद सिंह व सैलानी रिशु (22) पुत्र जिऊत पटेल निवासी घोरावल सोनभद्र भी इसी कुंड में डूबे हैं। इसकी जानकारी होते ही पुलिस ने चुनार से गोताखोरों को बुलाकर डूबे लोगों की तलाश शुरू कराई। करीब चार घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद डूबे हुए तीनों युवकों के शव मिल सके। घटना की जानकारी होते ही पर्यटन स्थल पर सन्नाटा पसर गया। संदीप खरवार का भाई शुभम और उसके साथी शव देखते ही बिलखने लगे। पर्यटन स्थल पर माहौल हादसे के बाद गमगीन हो गया।
हादसे के संबंध में थानाध्यक्ष संजय कुमार सिंह ने बताया कि चूना दरी जलप्रपात पर सैलानियों को जाने से रोक दिया गया है। भौगोलिक जटिलता के चलते पेड़ों और जंगली रास्तों का सहारा लेकर सैलानी वहां पहुंच रहे हैं। इसे और सख्ती से रोकने का प्रयास किया जाएगा। इधर, प्रिंस और संदीप का शव सोमवार सुबह पांच बजे वाराणसी स्थित उनके घर पहुंचा। दोनों शवों का अंतिम संस्कार एक साथ हरिश्चंद्र घाट पर हुआ।