ओम प्रकाश राजभर सहित इन बड़े नेताओं को मिल सकती है सरकार में जगह
पिछले वर्ष जुलाई में सुभासपा की एनडीए और पूर्व मंत्री दारा सिंह चौहान की भाजपा में वापसी के बाद से ही मंत्रिमंडल विस्तार को लेकर अटकलें लगाई जा रही हैं। पूर्वी उत्तर प्रदेश के कई जिलों में राजनीतिक प्रभाव रखने वाली अति पिछड़ी राजभर जाति से ताल्लुक रखने वाले सुभासपा अध्यक्ष ओम प्रकाश राजभर और लोनिया चौहान बिरादरी के दारा सिंह चौहान को मंत्री बनाए जाने की चर्चा जारी है।
लखनऊ। योगी आदित्यनाथ मंत्रिमंडल विस्तार की सुगबुगाहट एक बार फिर तेज हो गई है। शुक्रवार को नई दिल्ली से लौटने के बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने राजभवन में राज्यपाल आनंदीबेन पटेल से भेंट की। राज्यपाल की लखनऊ में उपलब्धता देखते हुए शपथ ग्रहण समारोह की तिथि तय होगी
वाराणसी-मिर्जापुर के दौरे से शनिवार देर शाम राज्यपाल के लौटने के बाद रविवार को शपथ ग्रहण समारोह कराया जा सकता है। राज्यपाल का सोमवार-मंगलवार को मथुरा और आगरा का दौरा प्रस्तावित है। इस बीच सुभासपा अध्यक्ष ओम प्रकाश राजभर ने भी मुख्यमंत्री से मुलाकात की है
भाजपा की केंद्रीय चुनाव समिति की बैठक में भाग लेने गुरुवार को दिल्ली गए योगी आदित्यनाथ शुक्रवार को वापसी के बाद राज्यपाल से मिलने राजभवन पहुंचे। राज्यपाल से मुलकात के दौरान मुख्यमंत्री ने उन्हें ‘रोम-रोम में राम’ पुस्तक भेंट की।
वैसे तो मुलाकात को शिष्टाचार भेंट बताया गया लेकिन सूत्रों का कहना है कि मंत्रिमंडल विस्तार को लेकर मुख्यमंत्री ने राज्यपाल से भेंट की। माना जा रहा है कि दस से 15 मार्च के बीच कभी भी लोकसभा चुनाव की आचार संहिता लागू हो सकती है। ऐसे में उससे पहले मंत्रिमंडल का विस्तार भी होना तय है।
गौरतलब है कि पिछले वर्ष जुलाई में सुभासपा की एनडीए और पूर्व मंत्री दारा सिंह चौहान की भाजपा में वापसी के बाद से ही मंत्रिमंडल विस्तार को लेकर अटकलें लगाई जा रही हैं। पूर्वी उत्तर प्रदेश के कई जिलों में राजनीतिक प्रभाव रखने वाली अति पिछड़ी राजभर जाति से ताल्लुक रखने वाले सुभासपा अध्यक्ष ओम प्रकाश राजभर और लोनिया चौहान बिरादरी के दारा सिंह चौहान को मंत्री बनाए जाने की चर्चा जारी है
चुनाव में दारा सिंह चौहान के हारने पर भाजपा उन्हें विधान परिषद सदस्य बना चुकी है। हाल ही में रालोद भी भाजपा के पक्ष में हो गई है। ऐसे में माना जा रहा है कि ओम प्रकाश राजभर और दारा सिंह चौहान के साथ रालोद को भी मंत्रिमंडल में जगह मिलेगी। सपा का साथ छोड़ एनडीए में आए रालोद के नौ विधायकों में से दो को मंत्री बनाया जा सकता है।