प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र में मचा हड़कम्प
मुँगराबादशाहपुर , जौनपुर । कोरोना वायरस की महामारी से जहां पूरी दुनिया में दहशत का माहौल है वहीं मउ जनपद निवासी मजदूर जो सूरत से ट्रक द्वारा अन्य लोगो के साथ अपने गाँव मउ जा रहा था जनपद जौनपुर की सीमा पर प्रशासन द्वारा स्वास्थ्य विभाग से कराई जा रही थर्मल स्क्रीनिंग के दौरान कोरोना के पहले लक्षण टाइज बुखार व उल्टी एवं तेज साँस फूलने की शिकायत को देखते हुए जाँच टीम ने एम्बुलेन्स से प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र मुंगरा बादशाहपुर भेजा । कोरोना से जंग लड़ने का बड़ा – बड़ा दावा करने वाली सरकार और स्वास्थ्य विभाग की लापरवाही का आलम देखिए सूरत से उत्तर प्रदेश पहुंचने तक इन प्रवासी मजदूरों की कहीं पर किसी भी प्रकार की कोई जांच नहीं की गयी । इस प्रकार की बड़ी लापरवाही कहीं न कहीं सरकार और प्रशासन पर प्रश्न चिन्ह लगाते हैं । इस प्रकार की लापरवाही से करोना वायरस के खिलाफ जारी जंग को हम कैसे जी पाएंगे । बताते है कि सूरत से उत्तर प्रदेश के मऊ जिले के घोंसी थानान्तर्गत फरीदपुर गाँव निवासी श्यामू राजभर पुत्र लालचन्द्र राजभर अपने अन्य साथियो के साथ ट्रक से अपने गांव जा रहा था । उसके साथ विभिन्न जनपद के कुल 40 लोग ट्रक में सवार थे । प्रयागराज और जौनपुर जनपद की सीमा पार कर पुरऊपुर नहर पर एक साथ सभी मजदूर उतर गए । उसमें से श्यामू राजभर पुत्र लालचन्द्र की हालत गम्भीर होते देख उसके साथी ने 108 को एम्बुलेन्स सेवा को सूचना दिया। मौके पर पँहुची एम्बुलेन्स द्वारा श्यामू राजभर को प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र मुंगरा बादशाहपुर चिकित्सीय परीक्षण के लिए लाया गया जहां पर चिकित्सकों ने प्राथमिक जांच के बाद कोरोना वायरस के प्रारम्भिक लक्षण टाइज बुखार , उल्टी और तेज साँस फूलने की शिकायत पर संदिग्ध चिन्हित करते हुए तत्काल 108 एम्बुलेन्स से जिला चिकित्सालय भेज दिया । चिकित्सक द्वारा एम्बुलेन्स कर्मियों के सुरक्षा को दृष्टिगत रखते हुए उन्हें पीपी किट पहनाकर रवाना किया गया ।












