..तुम्हारी फ़ाइलो में गांव का मौसम गुलाबी है
जेड हुसैन(बाबू)
संकल्प सवेरा,जौनपुर। अपनी शायरी के ज़रिए सरकार और सरकारी कर्मचारियों पर प्रहार करने वाले महशूर कवि रामनाथ सिंह(अदम गोंडवी) ने अपनी कविता में कहा था कि- तुम्हारी फाइलों में गाँव का मौसम गुलाबी है मगर ये आंकड़े झूठे है ये दावा किताबी है।
उनके द्वारा कहीं गई ये लाइने आज भी बिल्कुल सही साबित हो रही हैं। बानगी के तौर पर दो महत्वपूर्ण विभागों पर नज़र डाली जाए तो सच्चाई सामने आ जायेगी। पहले बात करते है एआरटीओ विभाग की जहाँ हमेशा से भ्रष्टाचार का बोलबाला रहा है। कई शिकायतें मिलने के बाद अभी कुछ दिन पहले छापेमारी हुई।
एआरटीओ बाबू अधिकारी को जान नही पाया और कहा कि बाहर जाकर जो मिले उनसे लाइसेंस बनवाने की प्रक्रिया समझ लो। इस पर अधिकारी सारा माजरा समझ गए और विभाग के उच्च अधिकारियों को लिखा-पढ़ी करके भेज दिया। अब देखना ये है कि कोई कार्रवाई होती है या नही।
दूसरी तरफ जिला अस्पताल में भी दुर्व्यस्थाओ का बोलबाला है। अक्सर शिकायत मिलती है कि बाहर की दवा लिखी जाती हैं। पुरूष अस्पताल में तो मुखिया ही दोनों हाथों से धन बटोरने में लगे है तो बाकी का क्या कहना। जिला महिला अस्पताल की भी हालत बदतर है। यहाँ पर सबसे ज्यादा आतंक नर्स और पुरूष कर्मचारियों का है।
डिलीवरी के बाद परिजनों से पैसे की डिमांड नर्स इस कदर करती हैं मानों पैसा न मिले तो काट खाएंगी। शनिवार को सचिव, चिकित्सा एवं शिक्षा विभाग उत्तर प्रदेश शासन /नोडल अधिकारी जनपद जौनपुर जी.एस. प्रियदर्शी ने जिला अस्पताल का निरीक्षण किया। खामियों को देखकर सीएमएस को फटकार भी लगाई और चले गए।
अधिकारी के निरीक्षण से तो यही लगता है कि तुम्हारी फाइलों में गाँव का मौसम गुलाबी है मगर ये आंकड़े झूठे है ये दावा किताबी है।
 
	    	 
                                












